ग्रहों का चाल चलन कब बदल जाए, किसके अच्छे दिन और किसके बुरे दिन शुरू हो जाएं कुछ कहा नहीं जा सकता है. दरअसल शनिदेव 31 जनवरी को कुंभ राशि में अस्त हो रहे हैं. जिसके बाद एक बार फिर 5 मार्च को उदित होंगे. यानी कि शनि देव अपनी मूल त्रिकोण राशि में 33 दिन शनि देव अस्वस्थ रहेंगे. ऐसी स्थिति में कुछ राशि वालों पर शनि देव की साढ़ेसाती बरकरार रहेगी. पांच राशि के जातक शनिदेव के कुंभराज में अस्त होने से त्राहिमाम-त्राहिमाम करेंगे. तो चलिए जानते हैं कहीं आप भी तो नहीं है उस राशि में शामिल.
मेष राशि : मेष राशि वाले जातकों को शादीशुदा जिंदगी में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. आर्थिक तंगी हो सकती है. इसके अलावा जिंदगी में हलचल मचेगा.
सिंह राशि : सिंह राशि के जातकों के लिए शनिदेव को कुंभराज में अस्त होने से स्वास्थ्य बिगड़ सकता है. बीमारियों से जूझने वाले की और समस्या बढ़ सकती है. इसके अलावा महिलाओं को अपने मायके के तरफ से बुरी खबर मिल सकती है.
कर्क राशि : इस राशि के जातकों के लिए कैरियर को लेकर फैसले से बचने की जरूरत है. किसी नए काम की शुरुआत करने से बचें परिवार में बीमारियों का संकट रह सकता है.
वृश्चिक राशि : वृश्चिक राशि के जातक इन 33 दिनों में कोई बड़ा कार्य ना करें. पैसे का खर्च सोच समझ कर करें. परिवार के लोगों से मामूली बातों लड़ाई से बचें.
कुंभ राशि : शनि देव कुंभ राशि में अस्त हो रहे हैं. ऐसे में कुंभ राशि के जातकों के लिए पैसे की तंगी का सामना करना पड़ सकता है. इसके अलावा लाइफ पार्टनर के साथ लड़ाई झगड़े की संभावना बन सकती है. कारोबार में किसी तरह का निवेश ना करें.
जानिए उपाय : ज्योतिषाचार्य पंडित कल्कि राम बताते हैं कि शनि ग्रह का कुंभ राशि में अस्त होने पर जिन 5 राशियों पर इसका असर पड़ेगा उनको हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए. शनिवार के दिन आप स्नान ध्यान कर के लोटे में जल लेकर काला तिल डालकर पीपल के वृक्ष के नीचे अर्पित करना चाहिए. इसके अलावा शनि मंत्र का जप करना चाहिए .