अमेरिका में शनिवार को कोविड-19 के एक लाख से अधिक नए मामले सामने आए. इससे पहले, सर्दियों में इतने अधिक मामले आए थे. इन मामलों के पीछे वजह वायरस का बेहद संक्रामक डेल्टा वेरिएंट है और एक अन्य कारण दक्षिण में वैक्सीनेशन की दर कम होना है. स्वास्थ्य अधिकारियों को डर है कि अगर और अमेरिकी टीका नहीं लगवाएंगे तो अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या और मौत के आंकड़ों में लगातार वृद्धि हो सकती है.
देश में 50 फीसदी लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है. 70 प्रतिशत से अधिक वयस्क आबादी को कम से कम एक वैक्सीन लग चुकी है. रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (CDC) के निदेशक रोशेल वालेन्स्की ने इस हफ्ते सीएनएन से कहा, ‘हमारे मॉडल दिखाते हैं कि अगर हम लोगों को टीके नहीं लगाते हैं तो एक दिन में हजारों मामले सामने आ सकते हैं जो जनवरी में संक्रमण के चरम पर पहुंचने के समय रहे मामलों के बराबर हो सकते हैं.’
जून में हर दिन आ रहे थे 11 हजार मामले
देश में जून के अंत से ही हर दिन औसतन 11,000 मामले सामने आ रहे है। अब यह संख्या 1,07,143 हो गई है। अमेरिका में नौ महीने के अंतराल के बाद नवंबर में दैनिक औसत मामलों का आंकड़ा 1,00,000 पहुंच गया था. जनवरी की शुरुआत तक रोजाना के मामले करीब 2,50,000 पर पहुंच गए थे. अस्पताल में भर्ती मरीजों की और मरने वालों की संख्या भी बढ़ रही है. हालांकि जनवरी के मुकाबले ये दोनों आंकड़े अभी कम हैं लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि तब टीके इतने व्यापक तरीके से उपलब्ध नहीं थे.
अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी
अभी कोविड-19 से पीड़ित 44,000 से अधिक लोग अस्पतालों में भर्ती हैं. सीडीसी के मुताबिक इनमें एक हफ्ते में 30 फीसदी की वृद्धि हुई है. जून के मुकाबले ये आंकड़े चार गुना बढ़ गए हैं. जनवरी में 1,20,000 से अधिक लोग अस्पतालों में भर्ती थे. जॉन हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के मुताबिक सात दिन के औसत के हिसाब से शुक्रवार को एक दिन के भीतर औसतन करीब 500 लोगों की मौत हुई. दो सप्ताह पहले यह आंकड़ा करीब 270 मृत्यु का था. जनवरी में यह आंकड़ा प्रतिदिन 3,500 था.
दक्षिण में हालत ज्यादा खराब
अमेरिका दक्षिण हिस्से में स्थिति खासतौर पर बिगड़ी हुई है जहां टीकाकरण दर सबसे कम है. सीडीसी के मुताबिक दक्षिण पूर्व क्षेत्र में अस्पताल में भर्ती कोविड-19 मरीजों की संख्या पिछले सप्ताह के मुकाबले 50 प्रतिशत बढ़ गई है. पिछले सप्ताह जहां रोजाना औसतन 11,600 मरीज इलाज करा रहे थे अब यह संख्या 17,600 हो गई है.