उत्तरप्रदेश कानपुर हत्याकांड की नींव रखने वाला गैंगस्टर विकास दुबे शुक्रवार को यूपी एसटीएफ के हाथों मारा गया, लेकिन इस बीच विकास दुबे को लेकर कई तरह के सवाल सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. दरअसल हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की मौत को कई लोगों ने संयोग नहीं प्रयोग बताया है. तो कईयों को पहले से भनक थी कि विकास दुबे का मरना तो तय था?, चूंकि जिस तरीके से 60 से भी ज्यादा टीमें विकास दुबे के पीछे लगी हुईं थी, उससे इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा था विकास दुबे सरेंडर नहीं बल्कि एनकाउंटर में मारा जाएगा, और वही हुआ जिसका डर था. बता दें कि विकास दुबे एनकाउंटर के बाद कई तरह के सवालिया निशान यूपी पुलिस पर खड़े हो रहे हैं, विपक्ष से लेकर विभाग के आलाधिकारि भी इस एनकाउंटर को शक की नजर से देख रहे हैं. इस बीच विकास दुबे एनकाउंटर से ठीक एक दिन पहले का आईपीएस अमिताभ ठाकुर का पुराना ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. उन्होंने अपने इस ट्वीट में पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं.
अमिताभ ठाकुर ने ट्वीट पर लिखा है कि विकास दुबे सरेंडर हो गया है. हो सकता है कल वह यूपी पुलिस कस्टडी से भागने की कोशिश करे, मारा जाए. इस तरह विकास दुबे चैप्टर क्लोज हो जाएगा. किंतु मेरी निगाह में असल जरूरत है इस कांड से सामने आई यूपी पुलिस के अंदर की गंदगी को ईमानदारी से देखते हुआ उसपर निष्पक्ष/कठोर कार्यवाही करना है.
अमिताभ ठाकुर के इस ट्वीट को खबर लिखे जाने तक 374 बार रीट्वीट किया जा चुका है. साथ ही इस पर 891 लाइक्स मिल चुके हैं. कई लोगों की प्रतिक्रिया लगातार बनी हुई है.
इससे पहले भी आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने एक ट्वीट और किया था जिसमें उन्होंने कहा कि हम विकास दुबे को गिरफ्तार नहीं कर पाए. वह उज्जैन में सरेंडर हो गया. इतनी बड़ी घटना के बाद भी हम उसे अरेस्ट नहीं कर सके.
वह कई स्थानों से घूमता हुआ सूदूर स्थान तक चला गया. मुझे लगता है इस बिंदु की भी गहराई से जांच की जानी चाहिए.
वहीं विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद अमिताभ ठाकुर ने एक और ट्वीट कर पुलिस से सवाल किया है कि इतनी जल्दबाजी क्या थी? उनके आज के ट्वीट में अमिताभ ने लिखा है कि इतनी क्या हड़बड़ी थी? किसे बचाया जा रहा है? बहरहाल इस पूरे मामले पर आईपीएस अधिकारी अमिताभ ने पुलिस पर सवालिया निशान खड़े किए हैं. साथ ही सरकार को इस मसले पर जांच की बात कही है.