सड़कों पर परिवहन विभाग और यातायात विभाग अब बहुत ही सख्त दिखेगा। उत्तर प्रदेश के 13 शहरों में अब नियम तोड़ने पर केवल ई-चालान कटेंगे। वाहन चालकों को ई-चालान मिलेगा। केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय ने परिवहन विभाग और यातायात विभाग को इस संबंध में गाइडलाइन्स भेज दिया है। तीन महीने के भीतर वाहन चालान व्यवस्था सौ फीसदी डिजिटल कर दी जाएगी। सौ फीसदी डिजिटल चालान होने की स्थिति में सड़क पर पुलिस और वाहन चालकों के बीच की बहस खत्म हो जाएगी। केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय ने दस लाख से अधिक आबादी वाले 13 शहरों में वाहन की भीड़ ज्यादा होने पर ऑनलाइन चालान काटने के निर्देश दिए हैं। इनमें लखनऊ, कानपुर, झांसी, फिरोजाबाद, गजरौला, गाजियाबाद, खुर्जा, मुरादाबाद, नोएडा, रायबरेली, वाराणसी, गोरखपुर, मेरठ शहर शामिल किए गए हैं।
उत्तर प्रदेश में जिन शहरों में सर्वाधिक ट्रैफिक नियम तोड़े जा रहे हैं, उनमें लखनऊ भी शामिल हैं। यहां पर वाहन चालाक ज्यादा अनियंत्रित हैं। यहां चालान का लक्ष्य भी प्रतिदिन एक हजार है। इसके लिए चालान मोबाइल कैमरे से हो रहा है। केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार 2019 तक देश भर में जहां हर साल ट्रैफिक नियम तोड़ने पर दो लाख चालान होते थे वहीं 2020 से हर साल चार गुना यानी आठ लाख चालान कट रहे हैं।
इस सम्बन्ध में रईस अख्तर, डीसीपी ट्रैफिक, लखनऊ ने बताया कि आईटीएमएस परियोजना के तहत सभी चैराहों पर कैमरे लग गए हैं। सड़कों पर कैमरों की सख्त नजर है। ऑनलाइन चालान का ट्रायल शुरू हो गया है। थानों की मैपिंग की जा रही है। जल्द ही यह व्यवस्था पूरी तरह से शुरू की जाएगी। इस व्यवस्था से जहां पुलिस, यातायात विभाग का बोझ कम होगा। वहीं वाहन चालक को सावधान रहना होगा।