मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी पत्नी साधना सिंह चौहान ने खरगोन की लक्ष्मी मुछाल के विवाह समारोह में वर्चुअली शामिल होकर शुभकामनाएं दी। चौहान ने मुछाल परिवार का मनोबल बढ़ाया और कहा कि दंगा प्रभावित परिवारों को पूरी सहायता सरकार ने की है, इसके साथ ही अतिरिक्त सहायता भी दी जा रही है। वाहनों और सामान की क्षति पर प्रभावितों को अतिरिक्त राशि राज्य सरकार देगी। खरगोन के प्रभारी मंत्री कमल पटेल भी इस शादी में उपस्थित थे। खरगोन की लक्ष्मी का विवाह संबंध गुजरात में हुआ है।
रामनवमी के दिन 10 अप्रैल को हिंसा के दौरान दंगाइयों ने इस युवती के घर में लूटपाट कर उसके विवाह के सभी सामान लूट लिये थे। मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने लक्ष्मी मुच्छल और गुजरात से आए उनके दूल्हे दीपक सांघवी को आर्शीवाद दिया और नवविवाहित जोड़े को सोने सहित उपहार भी दिए। पटेल ने कहा, ‘मैंने कुछ भी असाधारण नहीं किया है। मैंने लक्ष्मी और उसके परिवार से किया अपना वादा पूरा किया। हाल के सांप्रदायिक दंगों के दौरान लक्ष्मी के विवाह के लिए खरीदे गए सभी सामान लूट लिए गए। मैं दिखाना चाहता था कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित पूरी मध्य प्रदेश सरकार लक्ष्मी और उनके परिवार के साथ है।’
खरगोन के प्रभारी मंत्री पटेल ने इससे पहले घोषणा की थी कि वह लक्ष्मी की शादी का खर्च वहन करेंगे। लक्ष्मी की शादी 14 अप्रैल को होने वाली थी लेकिन 10 अप्रैल को रामनवमी के जुलूस में भड़की हिंसा के दौरान उनके त्रिवेणी चौक स्थित घर से उसके विवाह के लिए जमा किया गया सारा सामान लूट लिया गया। इससे पहले पटेल ने अपने विवेकाधीन कोटे से इस परिवार को 20 हजार रुपये की वित्तीय सहायता भी प्रदान की थी। इस दौरान सीएम चौहान ने कहा कि इस मांगलिक प्रसंग के अवसर पर वर-वधु सहित सभी बारातियों को मेरी बधाई। मुछाल परिवार अकेला नहीं है। सरकार आपके साथ है। मध्य प्रदेश की जनता भी आपके साथ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी व्यवस्थाएं इस विवाह के लिए की गईं। खरगोन में जो हुआ वो दुर्भाग्यपूर्ण था। इस परिवार में बिटिया की शादी के लिए एकत्र किए गए सामान की भी लूटपाट हो गई थी। नुकसान करने वालों से वसूली के लिए कानूनी प्रावधान किए गए हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने वधु लक्ष्मी से संवाद किया और कहा मामा की दुआएँ लेती जा… जा तुझको सुखी संसार मिले .. मैं खरगोन जल्दी आऊँगा। लक्ष्मी के भाई सतीश से भी मुख्यमंत्री चौहान ने बात की। सतीश ने कहा कि मैं दंगे की घटना के समय टूट गया था। जन-प्रतिनिधियों ने पूरे सहयोग का आश्वासन दिया था। विवाह में हो रहे खर्च की चिंता थी। मुख्यमंत्री चौहान ने गुजरात से आए समस्त बारातियों का स्वागत भी किया। मुख्यमंत्री ने गुजरात के भाभर जिला बनासकांठा की प्रिया कुशवाह से भी बातचीत की। कमिश्नर इंदौर डॉ. पवन शर्मा, कलेक्टर खरगोन कुमार पुरूषोत्तम सहित अनेक प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी भी विवाह में शामिल हुये।
मुख्यमंत्री चौहान से बातचीत के समय वर-वधु सहित वधु के मायके के परिजन भावुक थे। लक्ष्मी के माता-पिता नहीं हैं। परिवार में लक्ष्मी के बड़े भाई सतीश और भाभी सपना के अलावा उनके दो बच्चे और छोटा भाई लक्की शामिल हैं। पूरे परिवार के पालन-पोषण का दायित्व सतीश मुछाल ही करते हैं। बीते 10 अप्रैल को हुए दंगों में लक्ष्मी मुछाल के मकान में उपद्रवियों ने सामान भी लूट लिया था। राज्य सरकार की संवदेनशीलता और सहयोग को देखकर बारात में उपस्थित सुश्री लक्ष्मी के परिजन भावपूर्ण शब्दों में मुख्यमंत्री चौहान को धन्यवाद दे रहे थे।