मेष-आय के नए मार्ग प्रशस्त होंगे। पुराने मार्ग से भी धन आता रहेगा। शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। स्वास्थ्य मध्यम है। प्रेम और संतान की स्थिति अच्छी है। सूर्यदेव को जल देते रहें।
वृषभ-शासन-सत्ता पक्ष का सहयोग मिलेगा। उच्चाधिकारी प्रसन्न होंगे। स्वास्थ्य अच्छा है। प्रेम और व्यापार की बहुत अच्छी स्थिति है। शनिदेव की अराधना करते रहें।
मिथुन-यात्रा में लाभ होगा। रुका हुआ काम चल पड़ेगा। स्वास्थ्य अच्छा है। प्रेम और व्यापार बहुत अच्छा है। मां काली की अराधना करते रहें।
कर्क-चोट लग सकती है। किसी परेशानी में पड़ सकते हैं। परिस्थितियां बहुत प्रतिकूल हैं। स्वास्थ्य, प्रेम, व्यापार सब बहुत प्रतिकूल दिख रहा है। बहुत बचकर पार करें। बजरंग बली की अराधना करते रहें। काली वस्तु का दान करें।
सिंह-जीवनसाथी का सानिध्य मिलेगा। रोजी-रोजगार में तरक्की करेंगे। स्वास्थ्य अच्छा है। प्रेम और व्यापार की अच्छी स्थिति दिख रही है। नीली वस्तु का दान करें।
कन्या-विरोधियों पर भारी पड़ेंगे। रुका हुआ काम चल पड़ेगा। स्वास्थ्य अच्छा है। प्रेम और व्यापार अच्छा है। कुल मिलाकर हर दृष्टिकोण से अच्छी स्थिति है। थोड़ा डिस्टर्बेस बना रहेगा। हरी वस्तु पास रखें।
तुला-भावनाओं में बहकर कोई निर्णय न लें। प्रेम में तू-तू, मैं-मैं का संकेत है। बच्चों की सेहत को लेकर मन थोड़ा चिंतित रहेगा। स्वास्थ्य ठीक-ठाक है। प्रेम और संतान मध्यम है। व्यापारिक दृष्टिकोण से शुभ समय है। शनिदेव की अराधना करते रहें।
वृश्चिक-भूमि, भवन, वाहन की खरीदारी संभव है। स्वास्थ्य मध्यम है। प्रेम और संतान की स्थिति बहुत अच्छी है। व्यापार करीब-करीब सही चलेगा। पीली वस्तु पास रखें।
धनु-घोर पराक्रमी बने रहेंगे। आपके द्वारा किया गया पराक्रम आपको सफलता दिलाएगा। स्वास्थ्य ठीक-ठाक है। प्रेम और संतान की स्थिति बहुत अच्छी है। व्यापारिक दृष्टिकोण से शुभ समय है। लाल वस्तु पास रखें।
मकर-वाणी अनियंत्रित न होने पाए। स्वास्थ्य करीब-करीब ठीक है। प्रेम और संतान की स्थिति भरपूर अच्छी है। पूंजी निवेश अभी न करें। मां काली की अराधना करते रहें।
कुंभ-आकर्षण के केंद्र बने रहेंगे। जिस चीज की जरूरत होगी, उसकी उपलब्धता होगी। स्वास्थ्य अच्छा है। प्रेम और व्यापार बहुत अच्छा है। व्यापारिक दृष्टिकोण से शुभ समय है। हरी वस्तु पास रखें।
मीन-चिंताकारी सृष्टि का सृजन होगा। प्रेम और संतान में दूरी दिख रही है। व्यापार सही चलेगा। सिरदर्द और नेत्र पीड़ा परेशान कर सकती है। भगवान भोलेनाथ की अराधना करते रहें।