18 साल की उम्र में घर छोड़ देने वाले महंत योगी आदित्यनाथ (Mahant Yogi Adityanath) लगातार दूसरी बार उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की कमान संभालने जा रहे हैं। सीएम योगी (CM Yogi) के शपथ ग्रहण को लेकर चल रही तैयारियों के बीच उनकी बहन ने एक भावुक अपील की है। योगी की बहन शशि सिंह (Shashi Singh) ने बुधवार को योगी आदित्यनाथ से अपील की कि एक बार घर आकर मां से मिल लें। शशि ने उस समय को भी याद किया है जब योगी ने घर छोड़ा था। हाल ही में एक टीवी चैनल पर जब उन्हें चाय बेचती बहन की तस्वीर दिखाई गई थी तो योगी ने कहा था कि यूपी की जनता ही उनका परिवार है।
उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के पंचूर गांव में जन्मे अजय सिंह बिष्ट (Ajay Singh Bisht) ने 18 साल की उम्र में घर छोड़ दिया था। उन्हें गोरखपुर के मठ में ही आदित्यनाथ नाम मिला था। योगी की बहन शशि सिंह ने टाइम्स नाउ को दिए इंटरव्यू में कहा कि जब योगी ने घर छोड़ा तो उन्होंने यह नहीं बताया था कि वह संन्यासी बनने जा रहे हैं।
उत्तराखंड के अपने गांव में चाय की एक छोटी सी दुकान चलाने वालीं शशि सिंह से जब पूछा गया कि यूपी की मुख्यमंत्री की बहन को चाय की दुकान चलाते हुए देखकर लोग किस तरह प्रतिक्रिया देते हैं तो उन्होंने कहा कि उनकी परिवार परिवारवाद पसंद नहीं करता है। उन्होंने कहा कि दूसरे दलों में परिवार के सभी लोग राजनीति में आते हैं। उन्होंने कहा, ”यह हमारे परिवार में नहीं है… यह परिवारवाद हो जाता है। हम यह नहीं चाहते हैं, और वह भी कहते यही कहते हैं, (खुद कमाओ और खाओ)।
शशि से जब पूछा गया कि वह अपने भाई को क्या संदेश देना चाहती हैं तो उन्होंने कहा कि वह भाई से अपील करती हैं कि एक बार आकर मां से मिलें। शशि ने याद किया कि कैसे उन्होंने पिता से सिर्फ परिवार की नहीं बल्कि दूसरों के बारे में भी सोचने की बात कही थी। इसके जवाब में पिता ने कहा था कि वह केवल 85 रुपए कमाते हैं और दूसरों के बारे में सोचना संभव नहीं है। शशि के मुताबिक इस पर पिता ने कहा, ”हम देखें कि तुम क्या करते हो… अब वह उन्होंने (योगी) यह करके दिखा दिया है।”