बीते शनिवार की रात भाजपा के वरिष्ठ नेता कल्याण सिंह का निधन हो गया. 9 साल की उम्र में उन्होंने एक दुनिया को अलविदा कह दिया. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह भारतीय राजनीति में एक बड़ा नाम थे और एक ताकतवरराजनीतिज्ञ थे और एक ताकतवर राजनीतिज्ञ के नाम पर उन्हें याद किया जाता रहेगा.राम मंदिर आंदोलन हो या फिर यूपीमें पहली बार बीजेपी की सरकार बनाना, इन दोनों ही काम में कल्याण सिंह का भरपूर योगदान रहा है. देश के सबसे बड़े राज्य के 2 बार सीएम रह चुके, कल्याण सिंह 90 के दौर में यूपी की सत्ता को भी संभाल चुके हैं.
नरेंद्र मोदी (NARENDRA MODI)
नरेंद्र मोदी 90 के दौर में बीजेपी के कद्दावर नेताओं में प्रसिद्ध हो गए थे. उस समय वह पार्टी के लिए प्रचार किया करते थे. चुनावी रणनीति का निर्माण करते थे. जब कल्याण सिंह फर्स्ट टाइम 24 जून 1991 में यूपी के सीएम बने थे, उससमय नरेंद्र मोदी बीजेपी नेता लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के साथ काम में लगे रहते थे. 1990 के सोमनाथ अयोध्या रथ यात्रा में लालकृष्ण आडवाणी द्वारा नरेंद्र मोदी को समन्वय की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. इसके 2 सालबाद ही 26 जनवरी 1992 से नरेंद्र मोदी ने अपने मिशन कश्मीर पर काम करना चालू कर दिया. तब बीजेपी के तत्कालीन अध्यक्ष डॉ मुरली मनोहर जोशी की एकता यात्रा का हिस्सा भी वह बने. दोनों श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगाफहराने पहुंच गए थे. 1995 में नरेंद्र मोदी को भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय सचिव और पांच राज्यों का पार्टी प्रभारी बना दिया गया. उस समय वह गुजरात की राजनीति का एक बड़ा चेहरा बने थे. इसी के बाद पार्टी में कुछ ऐसी दिक्कतेंआई कि मोदी 1995 से 2001 तक गुजरात के बाहर ही रहना पड़ा लेकिन इसके बाद वह मुख्यमंत्री बन गए और 2014 तक राज्य की सत्ता संभाली.
अमित शाह (AMIT SHAH)
नरेंद्र मोदी और अमित शाह बहुत पुराने मित्र हैं. वह बीजेपी के चाणक्य भी कहलाया जाते हैं .चुनावी रणनीति बनाने में शाह माहिर ही नहीं है बल्कि पार्टी के प्रचार प्रसार को भी प्रभावी रूप से संभाल लेने में काबिल हैं. 1991 में जब कल्याणसिंह यूपी के सीएम बने तब शाह यूपी से 1399 किलोमीटर दूरी पर गुजरात में लालकृष्ण आडवाणी के लिए चुनाव प्रचार कर रहे थे. शाह ने 1996 में अटल बिहारी वाजपेई के लिए भी काम किया. चुनाव प्रचार करते हुए ही अमित शाह नेअपनी एक पहचान लोकप्रिय नेता के रूप में बना ली. पहला चुनाव 1997 में शाह ने लड़ा इसके बाद के शाह लगातार चार बार जीत दर्ज कराकर विधानसभा पहुंच गए. साल 1999 में अमित शाह को एक और जिम्मेदारी दी गई.शाह को अहमदाबाद डिस्ट्रिक्ट कोऑपरेटिव बैंक के प्रेसिडेंट बनाया गया.
जेपी नड्डा (JP NADDA)
जेपी नड्डा बीजेपी अध्यक्ष है, उन्होंने राजनीति में एक लंबा सफर तय किया हुआ है और आज इस शिखर पर पहुंचे हुए हैं. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से अपनी राजनीति को स्टार्ट करने वाले जेपी नड्डा के हाथ में 1991 में पहली बड़ीजिम्मेदारी आई थी. तब वह भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने थे इसके 2 साल बाद ही 1993 में जेपी नड्डा ने पहली बार राजनीति में चुनावी कदम रखा. हिमाचल प्रदेश बिलासपुर सदर विधानसभा सीट के चुनाव लड़ाऔर उस में जीत हासिल की उस समय इनको प्रतिपक्ष नेता के रूप में नियुक्त किया गया था साल 1993 के बाद नड्डा ने 1998 के चुनाव में भी जीत हासिल की. तब बीजेपी के प्रेम कुमार धूमल मुख्यमंत्री बने थे. नड्डा राज्य के स्वास्थ्य मंत्री उससमय बनाए गए थे. वो लो प्रोफाइल में रहना ज्यादा पसंद करते थे, वह कभी सुर्खियों में नहीं रहे.