यूपी (UP) के झांसी जिले में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी के एक स्टूडेंट (Student) ने क्लास रूम में ही एक दूसरे स्टूडेंट को गोली मार (Fire) दी. यह घटना शुक्रवार दोपहर की है. आरोपी यहीं नहीं रुका इसके बाद उसने सीपरी थाना इलाके के गोंदू कंपाउंड चाणक्यपुरी कॉलोनी जाकर कॉलेज (College) की ही एक लड़की को भी गोली मार दी. कृतिका और हुकुमेंद्र की हत्या के बाद आरोपी मंथन गोली मारकर खुद की भी जान लेना चाहता था.
आरोपी स्टूडेंट ने मर्डर (Murder) की प्लानिंग पहले से ही कर रखी थी. इसीलिए घटना से पहले क्लासरूम में उसने ब्लैक बोर्ड (Black Board) पर ‘मंथन फिनिश’ भी लिखा था. हालांकि वह खुद को मारने की कोशिश में सफल नहीं हो सका. खुदकुशी के लिए जैसे ही उसने पिस्टल लोड करने की कोशिश की, उसी दौरान वहां मौजूद भीड़ ने उसे पकड़ लिया. बताया जा रहा है कि मंथन सेंगर यूनिवर्सिटी के क्लासरूम में बहुत ही कम आता था. मर्डर की प्लानिंग (Planning) उसने पहले से ही बना रखी थी.
क्लास में स्टूडेंट की गोली मारकर हत्या
बताया जा रहा है कि वह बुधवार और शुक्रवार को क्लासरूम में पहुंचा था. क्लास में सिर्फ 6 स्टूडेंट होने के बाद भी पीड़ित छात्र हुकुमेंद्र पीछे दूसरी लाइन में बैठ गया. पीरियड पूरा होने के बाद जैसे ही टीचर क्लासरूम से बाहर निकली, इसके बाद उसने चॉक से क्लास के ब्लैक बोर्ड पर ‘मंथन फिनिश’ लिखा और फिर से पीछे जाकर बैठ गया.
क्लासरूम में मौजूद किसी भी स्टूडेंट और टीटर ने ब्लैक बोर्ड पर लिखी हुई बात पर ध्यान नहीं दिया. जैसे ही हुकुमेंद्र पीछे बैठा आरोपी मंथन ने जैकेट के भीतर छुपाई हुई पिस्टल निकाली और उसे गोली मार दी. गोली लगते ही लड़का क्लास टेबल पर गिर गया. अचानक हुई इस तरह की घटना से वहां मौजूद लोग कुछ भी समझ नहीं सके. इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, मंथन पिस्टल हाथ में लेकर कॉलेज कैंपस से बाहर निकल गया और शॉर्टकट लेकर वह एक और स्टूडेंट कृतिका के घर पहुंचा
घर के बाहर लड़की को भी मारी गोली
आरोपी मंथन ने दादी के साथ घर के बाहर बैठी कृतिका को गले में गोली मार दी और वहां से फरार हो गया. रास्ता समझ नहीं आने की वजह से वह बाहर नहीं निकल सका इसी दौरान लड़की के पिता ने उसे पकड़ लिया. हालांकि तभी लड़के ने खुद की भी गोली मारकर जान लेने की कोशिश की. पिस्टल लोड करते ही कृतिका के पड़ोसी रिटायर्ड ऑडिटर शिवनारायण मिश्रा ने उसका हाथ पकड़ लिया, जिसकी वजह से वह खुद की जान लेने में कामयाब नहीं हो सका.
बताया जा रहा है कि घटना वाले दिन मंथन सेंगर ने क्लास में टीचर से कहा था कि वह पागल हो रहा है, मुझे काउंसलिंग की जरूरत है. टीचर ने उससे कहा था कि पीरियड खत्म होने के बाद वह उससे बात करेगी. हालांकि गुस्साए मंथन ने अपनी मनमानी करते हुए क्लास के ही दो स्टूडेंट की जान ले ली.