बिहार के नवादा जिले में जंगलों में अवैध खनन पर छापेमारी करने पहुंची टीम पर माफियाओं ने हमला कर दिया. बाद में उन्हें बंधक बनाकर मारपीट भी की. उन्हें घायल हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
नवादा के रजौली थाना क्षेत्र के हरदिया पंचायत के कुंभियातरी गांव के पास जोरा सिमर और खिड़किया कला के जंगलों में माफिया अवैध खनन कर रहे हैं. इसकी जानकारी पर डीएफओ संजीव रंजन ने रेंजर, फोरेस्टर और ड्राइवर को छापेमारी के लिए भेजा. जब वो जेसीबी मशीन को जब्त कर लौट रहे थे तो माफियाओं ने उन्हें बंधक बनाकर मारपीट की और जेसीबी मशीन छीन ले गए. घटना की जानकारी के बाद डीएफओ संजीव रंजन ने वन कार्यालय पहुंचकर घायलों का जायजा लिया.
डीएफओ संजीव रंजन ने बताया कि बुधवार को अवैध खनन को लेकर गुप्त सूचना मिली थी, जिसके बाद रेंजर मनोज कुमार,फोरेस्टर राजकुमार पासवान एवं चालक नरेश कुमार के साथ कुछ और लोगों को छापेमारी के लिए भेजा गया था. छापेमारी के दौरान एक जेसीबी को जब्त कर लिया गया. जब टीम जेसीबी लेकर वन कार्यालय ला रही थी, उसी दौरान सैकड़ों की संख्या में लोगों ने वनकर्मियों पर हमला कर दिया और उन्हें बंधक बनाकर मारपीट की. इस दौरान उनके हाथ-पैर और शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें आईं.
उन्होंने बताया कि डॉक्टर को वन कार्यालय परिसर में बुलाकर प्राथमिक इलाज कराया गया है. आगे के इलाज के लिए निजी अस्पताल में भेजने की बात कही है. वहीं ड्राइवर का सिर फट गया है, जिसे अनुमंडलीय अस्पताल में इलाज हेतु भर्ती कराया गया है.
डीएफओ के मुताबिक, वनकर्मियों ने पर्याप्त मात्रा में फोटो और वीडियो बनाए गए हैं, जिसके जरिए आरोपियों की पहचान की जा रही है. घटना में खनन माफ़ियाओं की पहचान की जा चुकी है, जिसमें एक सोमर सिंह के द्वारा ग्रामीणों को भड़काकर वनकर्मियों को बंधक बनाकर मारपीट की गई और जब्त की गई जेसीबी को छुड़ा लिया गया. उन्होंने बताया कि अबतक इस घटना में खनन माफियाओं की पहचान की जा चुकी है. उनके खिलाफ संगत धाराओं में एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.