पश्चिम बंगाल (West Bengal) के मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने शनिवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पिछले साल मई में पश्चिम बंगाल चुनाव (west bengal election) के बाद की हिंसा पर टिप्पणी के लिए फटकार लगाई और उन्हें यूपी का गब्बर सिंह (Gabbar Singh) कह डाला। हकीम ने अपनी राज्य सरकार का बचाव करते हुए यह भी कहा कि बंगाल ने तो दुनिया को शांति सिखाई है।
पश्चिम बंगाल के मंत्री फिरहाद हकीम (Minister Firhad Hakim) ने कहा, “योगी यूपी के गब्बर सिंह हैं। यूपी में बोलने की किसी की हिम्मत नहीं है। वे विपक्षी नेताओं को कैद करते हैं और वे बंगाल में हिंसा की बात करते हैं। यहां कोई हिंसा नहीं है, बंगाल के लोगों ने दुनिया को शांति सिखाई है।”
वे आगे कहते हैं, “योगी को आना चाहिए और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamata Banerjee) से प्रशासन सीखना चाहिए। आप धर्म के नाम पर चुनाव करवाते हैं और हिंसा करवाते हैं। दूसरी ओर हम विकास के मुद्दों पर चुनाव कराते हैं।”
बंगाल की सच्चाई दिखाने के लिए योगी का आभारः सुवेंदु
इससे पहले दिन में, भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने पिछले साल मई में बंगाल में हुई चुनाव के बाद हुई हिंसा को उठाने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद दिया और ट्विटर पर उनका वीडियो शेयर किया। पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता ने एकजुटता दिखाने के लिए योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया।नंदीग्राम में सीएम ममता बनर्जी को हराने वाले सुवेंदु अधिकारी ने ट्वीट किया, “माननीय यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का मैं ईमानदारी से आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने माननीय यूपी के राज्यपाल के धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्य विधानसभा में बोलते हुए पश्चिम बंगाल के चुनाव के बाद की हिंसा की घटनाओं को उजागर किया। आपके एकजुटता दिखाने वाले शब्दों के लिए धन्यवाद।”
क्या कहा था योगी ने
गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने शुक्रवार को यूपी के राज्यपाल के अभिभाषण के बाद धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए, पिछले साल चुनावों के बाद बंगाल में हुई घटनाओं को सूचीबद्ध किया और कहा कि उत्तर प्रदेश में चुनाव के बाद कोई हिंसा नहीं हुई।
यूपी के सीएम ने दावा किया कि उस राज्य की 294 विधानसभा सीटों में से 142 में “हिंसा की 12,000 घटनाएं” हुईं और बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया गया। योगी ने कहा, पश्चिम बंगाल की आबादी उत्तर प्रदेश की आधी है। उत्तर प्रदेश में चुनाव या चुनाव के बाद कोई भी हिंसा नहीं हुई। यह कानून और व्यवस्था का एक उदाहरण है।