राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल (Ajit Doval) ‘इनीशिएटिव फॉर क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी’ (आईसीईटी) (Initiative for Critical and Emerging Technology – ICET)) पर पहली उच्च-स्तरीय बैठक में अमेरिकी एनएसए जेक सुलिवन (American NSA Jake Sullivan) समेत शीर्ष अमेरिकी नेतृत्व से अहम वार्ता की। अधिकारी, शिक्षाविद व उद्योग विशेषज्ञ मानते हैं कि भारत-अमेरिका परमाणु समझौते (Indo-US nuclear deal) के बाद यह वार्ता दोनों देशों के रिश्तों के बीच अगला, बड़ा मील का पत्थर साबित हो सकती है।
व्हाइट हाउस में दोनों पक्षों के बीच बैठक के बाद इसकी विस्तार से जानकारी दी जाएगी। यह बैठक दोनों देशों के कॉरपोरेट क्षेत्रों के बीच एक विश्वसनीय भागीदार पारिस्थितिकी तंत्र के विकास की नींव रखेगी, ताकि स्टार्टअप की संस्कृति से फल-फूल रही सार्वजनिक-निजी साझेदारी पर जोर देने वाले दोनों देश वैज्ञानिक अनुसंधान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उत्पन्न होने वाली चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना कर सकें। डोभाल के साथ बड़ा प्रतिनिधिमंडल भी यहां पहुंचा है।
एनएसए अजीत डोभाल को अमेरिका में भारतीय राजदूत तरणजीत सिंह संधू के साथ देखा गया। उन्होंने वाशिंगटन डीसी में पहली आईसीईटी (इनिशिएटिव फॉर क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज) बैठक में हिस्सा लिया।