गोरखपुर: बाढ़ के पानी के दबाव से गगहा क्षेत्र में भरवलिया-बसावनपुर रिंग बांध गुरुवार को टूट गया। जिले के बंधों में दो दर्जन से अधिक स्थानों पर रिसाव शुरू है। ग्रामीणों की मदद में 350 से अधिक नावें लगाई गई हैं। झंगहा-बरही मार्ग पर पानी चढ़ गया है, जबकि हरपुर-भीटी मार्ग तथा राम-जानकी मार्ग पर बड़े वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया गया है। गोरखपुर-वाराणसी मार्ग पर पहले से ही भारी वाहनों को आवाजाही पर रोक लगी है।
नदियों में आए उफान की वजह से जिले के 243 गांव प्रभावित हो गए हैं। इन गांवों की तकरीबन सवा दो लाख आबादी मुश्किल में हैं। बाढ़ से घिरे गांवों के लोग अपने पशुओं को लेकर बंधों पर आ गए हैं। जरूरी सामान भी बाहर निकाल रहे हैं। गांवों के बाढ़ के पानी से घिर जाने की वजह से ग्रामीणों को आने-जाने में काफी दिक्कत हो रही है। जिला प्रशासन ने ग्रामीणों की मदद के लिए 350 से अधिक नावें लगा दी हैं। जिला प्रशासन द्वारा प्रभावित गांवों में राहत सामाग्री वितरित कराई जा रही है।
राप्ती, रोहिन, सरयू और गोर्रा हैं बेताब
राप्ती-रोहिन, सरयू और गोर्रा के पानी के दबाव से दो दर्जन से अधिक स्थानों पर रिसाव जारी है। गगहा क्षेत्र में भरवलिया-बसावनपुर रिंग बांध टूटने से आधा दर्जन से अधिक गांव प्रभावित हैं। बड़हलगंज इलाके में राम-जानकी मार्ग पर राप्ती और सरयू की बाढ़ के दबाव से स्थिति खतरनाक बन गई है। प्रशासन ने बड़े वाहनों के आवागमन को रोक दिया है। गोरखपुर-वाराणसी मार्ग पर पहले ही बड़े वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया गया है। झंगहा-बरही मार्ग पर पानी चढ़ जाने के कारण दोआबाद के 52 गांवों के लोग दहशत में हैं। गगहा इलाके में बंधों में हो रहे रिसाव की वजह से ग्रामीण बुरी तरह डर गए हैं। रात भर जाग-जागकर बंधों की रखवाली कर रहे हैं।