पीएनबी से 14 हजार करोड़ रुपये के घोटाले में भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को भारत भेजने पर डोमिनिका के हाईकोर्ट ने बुधवार को फैसला सुरक्षित रख लिया है। उसे भारत भेजा जाएगा या एंटीगुआ जाना होगा इस पर कोर्ट बृहस्पतिवार को फैसला सुनाएगा। डोमिनिका सरकार ने सुनवाई के दौरान दो टूक कहा, मेहुल की याचिका वैध नहीं है। वह अवैध रूप से देश में घुस आया है। भारत का पक्ष मजबूत है और उसे भारत के सुपुर्द कर देना चाहिए। मेहुल को 25 मई को डोमिनिका के रास्ते क्यूबा जाते वक्त पकड़ा गया था। सीबीआई और ईडी के अधिकारियों की एक टीम भी कोर्ट मेें मौजूद थी। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हुई सुनवाई के दौरान मेहुल अस्पताल में था। उसके वकील ने दावा किया उसे एंटीगुआ से अपहरण कर लाया गया है, जिस दौरान उसके शरीर में कई चोटें आईं। वह यहां सुरक्षित नहीं हैं और हम उन्हें वापस एंटीगुआ भेजने के लिए उचित भुगतान करने को तैयार हैं।
इस पर कोर्ट ने कहा, चोकसी को सबसे पहले अवैध रूप से देश में घुसने के मामले में कोर्ट में पेश किया जाए और सुनवाई स्थगित कर दी। चोकसी के वकील ने दावा किया कि कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है जिसे बृहस्पतिवार को सुनाया जाएगा। वहीं डोमिनिका में विपक्ष के नेता लेनॉक्स लिंटन ने कहा, चोकसी को वापस एंटीगुआ भेज दिया जाए। जबकि एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गेस्टन ब्राउन ने बुधवार को साफ कर दिया कि चोकसी अभी भी भारत का ही नागरिक है। हमने उसे नागरिकता नहीं देने का नोटिस भेजा था जिस पर उसने स्टे ले लिया। उसके खिलाफ भारत में धोखाधड़ी का मामला है और उसे भारत को सौंप देना चाहिए।
दावा: चोकसी के भाई ने अपहरण की झूठी खबर फैलाने को डोमिनिका के विपक्षी नेता दिए थे पैसे
विदेशी मीडिया ने दावा किया है कि भगोड़े हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी के भाई चेतन चीनू भाई चोकसी ने डोमिनिका के विपक्षी नेता लेनॉक्स लिंटन को चोकसी के अपहरण की झूठी खबर फैलाने के लिए पैसे दिये थे। उसने लिंटन से 30 मई को मुलाकात की और चोकसी की मदद करने के लिए उसके चुनाव की फंडिंग करने की पेशकश भी की थी। इसके लिए दो लाख डॉलर का टोकन मनी भी दिया था, बाकी दस लाख डॉलर का चुनावी चंदा भी देना तय हुआ था। हालांकि लिंटन ने इस दावे से इनकार किया है।
विदेशी मीडिया के सूत्रों के मुताबिक चोकसी के भाई और लिंटन के बीच हीराव्यापारी को लेकर कई पहलुओं पर लंबी बातचीत हुई थी। इसमें तय हुआ कि चुनाव में चंदे की एवज में लिंटन चोकसी की गिरफ्तारी का मुद्दा डोमिनिकन संसद में उठाएंगे। सूत्रों के मुताबिक चेतन ने यह बात भी स्वीकार की मेहुल अपने आप डोमिनिका पहुंचा है, लेकिन उसे कोर्ट में फैसला अपने पक्ष में लेने के लिए विपक्ष की मदद चाहिए। साथ ही डोमिनिकन सरकार पर ठीकरा फोड़ा जा सके कि उसकी व भारतीय पुलिस की मिलीभगत से मेहुल को अपहरण कर एंटीगुआ से लाया गया। एसोसिएट्स टाइम्स के मुताबिक लिंटन का लोगों से पैसा लेकर उन्हें फायदा पहुंचाने का पूरा इतिहास रहा है। अलजजीरा ने भी 2019 में खबर छापी थी कि लिंटन ने कई निवेशकों से दो लाख डॉलर के चुनावी चंदे के एवज में राजनयिक वीजा देने का वादा किया था।