राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पद्म पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित कर रहे हैं. राष्ट्रपति भवन में हो रहे आयोजन में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली और सुषमा स्वराज को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया.
ओलंपिक पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु को पद्म भूषण, जबकि भारतीय हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल को पद्मश्री से सम्मानित किया गया. वहीं, फिल्मी हस्तियों में बॉलीवुड अदाकारा कंगना रनौत और गायक अदनान सामी को पद्मश्री से सम्मानित किया गया.
141 हस्तियों को मिलना है पद्मश्री
सोमवार को राष्ट्रपति भवन में हो रहे कार्यक्रम में कुल 141 हस्तियों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया जाना है. ये पुरस्कार साल 2020 में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए दिए जा रहे हैं. वहीं, साल 2021 में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 119 लोगों को मंगलवार को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा.
पंडित छन्नूलाल मिश्र को मिला पद्म विभूषण
राष्ट्रपति की ओर से रिटायर्ड एयर मार्शल डॉ. पद्मा बंदोपाध्याय को चिकित्सा के क्षेत्र में पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया. डॉ. पद्मा भारत की पहली महिला एयर मार्शल हैं. इससे पहले शास्त्रीय गायक पंडित छन्नूलाल मिश्र को साल 2020 के लिए पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया. वहीं, आईसीएमआर के पूर्व चीफ साइंटिस्ट डॉक्टर रमन गंगाखेडकर को भी पद्मश्री से सम्मानित किया गया.
वहीं, मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली का अवॉर्ड राष्ट्रपति ने उनकी पत्नी संगीता जेटली को सौंपा, जबकि पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज का पद्म विभूषण सम्मान उनकी बेटी बांसुरी स्वराज ने प्राप्त किया.
कोरोना के चलते समारोह में हुई देरी
बता दें कि राष्ट्रपति भवन में हो रहे समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह मौजूद है. वैसे पद्म पुरस्कारों का ऐलान गणतंत्र दिवस के अवसर पर होता है और मार्च-अप्रैल में राष्ट्रपति इन्हें प्रदान करते हैं, लेकिन कोरोना महामारी के चलते इस बार पद्म पुरस्कार नहीं दिए जा सके थे.राष्ट्रपति कोविंद ने पशुपालन के लिए श्री बाटा कृष्ण साहू को पद्मश्री प्रदान किया। उन्हें उत्कृष्टता के मछली किसान ‘बाटा बाबू’ के रूप में जाना जाता है। वह एक अभिनव किसान और सामाजिक कार्यकर्ता हैं जो वैज्ञानिक प्रबंधन प्रथाओं को अपनाकर किसानों को जलीय कृषि का अभ्यास करने के लिए प्रेरित करते हैं।
राष्ट्रपति कोविंद ने विज्ञान और इंजीनियरिंग के लिए डॉ रमन गंगाखेडकर को पद्म श्री प्रदान किया। गंगाखेडकर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के महामारी विज्ञान और संचारी रोगों के विभाग के प्रमुख हैं।