सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2021-22 की 5वीं किस्त निवेश के लिए 9 अगस्त 2021 को खुलेगी। यानि कि सरकारी गोल्ड स्कीम में पैसा लगाने का फिर मौका मिल रहा है। इस स्कीम के तहत 10 ग्राम सोने की एक यूनिट 4 हजार 790 रुपये की होगी। एक यूनिट एक ग्राम सोने के बराबर है। इस स्कीम के तहत सस्ता सोना खरीदा जा सकता है। मालूम हो कि सॉवरेन गोल्ड बॉण्ड एक सरकारी प्रतिभूति है, जो कि सोने के ग्राम मूल्यवर्ग में उपलब्ध है। यह भौतिक सोना का एक विकल्प है, स्कीम खुलने पर निवेशक इन बॉन्ड्स में निवेश करते हैं और इसे परिपक्वता पर भुनाया जाता है। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा भारत सरकार की ओर से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स योजना का प्रबंधन किया जाता है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम ऐसे निवेशकों के लिए काफी अच्छा है, जो फिजिकल गोल्ड में निवेश नहीं करना चाहते हैं।
मिलवुड केन इंटरनेशनल की फाउंडर, सीईओ निशी भट्ट के अनुसार डिजिटल गोल्ड खरीदने के कई फायदे हैं। इसके लिए न तो आपको कोई स्टोरेज कॉस्ट देनी होती है। इसे सोने की ज्वेलरी के मुकाबले बेचना आसान है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में निवेश के साथ ब्याज कूपन भी मिलता है। बीते एक महीने में सोने की कीमतों में हजार रुपए से ज्यादा की कमी आई है। सरकार ने रिजर्व बैंक के साथ विचार-विमर्श में ऑनलाइन आवेदन करने वाले और डिजिटल तरीके से भुगतान करने वाले निवेशकों को 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट देने का भी फैसला किया है। ऐसे निवेशकों के लिए निर्गम मूल्य 4,740 रुपये प्रति ग्राम होगा। सीरीज चार के लिए निर्गम मूल्य 4,807 रुपये प्रति ग्राम था। यह 12 जुलाई को खुलकर 16 जुलाई को बंद हुआ था।
वित्त मंत्रालय ने बताया कि इस स्कीम की 5वीं किस्त के लिए तय कीमत चौथी किस्त के मुकाबले कम है। मंत्रालय ने कहा कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना 2021-22 सीरीज की पांचवीं किस्त नौ अगस्त को खुलकर 13 अगस्त को बंद होगी। निवेशकों को 17 अगस्त, 2021 गोल्ड बॉन्ड जारी कर दिए जाएंगे। बयान में कहा गया है कि इश्यू की अवधि के दौरान बांड का निर्गम मूल्य 4 हजार 790 रुपये प्रति ग्राम रहेगा। गोल्ड बॉन्ड की कीमत बाजार में सोने की हाजिर कीमत से जुड़ी होती है। इसमें निवेश पर ब्याज के रूप में अतिरिक्त रिटर्न मिलता है। देश का नागरिक, हिंदू अविभाजित परिवार ट्रस्ट, यूनिवर्सिटी और चैरिटेबल संस्थान इसमें निवेश कर सकते हैं।