हरियाणा के बीजेपी नेता और पूर्व विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया ने केंद्र सरकार के नये कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ एकजुटता दर्शाते हुए रविवार को सत्तारूढ़ पार्टी का साथ छोड़ दिया। दौलतपुरिया ने 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले इंडियन नेशनल लोकदल छोड़कर बीजेपी का दामन थामा था। उन्होंने आज अपने गांव दौलतपुर में आयोजित पंचायत में अपने फैसले की घोषणा की।
बीजेपी से गठबंधन वाली शिरोमणी अकाली दल और हनुमान बेनीवाल की पार्टी पहले से ही कृषि कानूनों के चलते NDA से नाता तोड़ चुकी है और खुल कर मैदान में बीजेपी और केंद्र सरकार का विरोध कर रही, अब इसमें बीजेपी के पूर्व विधायक का यूं पार्टी छोड़ना बीजेपी के लिए किसी झटके से कम नहीं है।
शिरोमणि अकाली दल (SAD) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने रविवार को दिल्ली-उत्तर प्रदेश की सीमा के पास गाजीपुर पहुंचकर किसानों को अपना समर्थन दिया। बादल ने प्रदर्शन स्थल के पास दस मिनट के लिए टिकैत से मुलाकात की, और प्रदर्शनकारी किसानों को समर्थन का आश्वासन दिया। बादल के अलावा, पंजाबी गायक हर्ष चीमा और करविंदर गढ़वाल भी उनके समर्थन में सामने आए।
इससे पहले संसद में सुखबीर बादल ने किसानों के समर्थन में सरकार के सामने विरोध प्रदर्शन भी किया था। SAD के सुखबीर सिंह बादल ने कहा, “पिछले 6 महीने से आंदोलन कर रहे कम से कम 200-300 किसान अपनी जान गंवा चुके हैं। अब तक भारत सरकार ने उनकी बात नहीं सुनी, अब दादागिरी के साथ उनके संघर्ष को खत्म करना चाहते हैं। इसलिए सभी विपक्षी पार्टियां एकमत हैं कि देश के किसानों के साथ ज़ुल्म हो रहा है।”