बिहार के कटिहार में मेयर शिवराज पासवान को गोली मारकर हत्या कर दी गई। इलाके में स्थिति तनावपूर्ण है। मृतक मेयर के परिजन पार्थिव शरीर को लेकर थाने पहुंचे और प्रदर्शन किया। पुलिस ने 12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती भी की गई है। पुलिस ने 4 बाइक और एक पिस्टल बरामद किया है, जिनमें से दो बाइक का रजिस्ट्रेशन नम्बर नहीं है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि अगर शहर का मेयर ही सुरक्षित नहीं है तो फिर आम जनता खुद को किस तरह से सेफ समझे।
उधर, इस मामले में जिलाधिकारी उदयन मिश्रा ने कहा कि मृतक मेयर शिवराज के मोबाइल पर कॉल आया था, ऑफिशियल बॉडीगार्ड को यह कहकर वापस कर दिया था कि आज उन्हें कहीं नहीं जाना है। मेयर बुलेट पर सवार होकर निकले, कुछ दूर संतोषी माता के मंदिर के पास उन पर हमला हुआ। मृतक मेयर के छोटे भाई ने एफआईआर दर्ज करवाई है, कार्रवाई की जा रही है। मृतक मेयर शिवराज पासवान के छोटे भाई ने कहा है कि वार्ड में झगड़े की पंचायती करनी महंगी पड़ गई। उन्होंने आरोप लगाया है कि विधायक के भतीजे ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर शिवराज की हत्या कर दी।
पटना के एडीजी जितेंद्र कुमार ने कहा कि कल रात 9:15 बजे कटिहार में मेयर पासवान की हत्या हुई है उनके भाई के बयान पर 11 नामजद अभियुक्तों और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और इसमें 4 अभियुक्तों की गिरफ्तारी भी हो गई है। अन्य अभियुक्तों के लिए सर्च जारी है।
वहीं कांग्रेस विधायक प्रतिमा कुमारी ने कहा कि जदयू व भाजपा में बन नहीं रही है, आपस में वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। जनता से कोई लेना-देना नहीं है, जब मेयर सुरक्षित नहीं है तो जनता का क्या? मेयर को गोली मार दी जाती है। घर जाने के दौरान हत्या कर दी जा रही है, हम लोग कैसे सुरक्षित महसूस करेंगे। महिलाओं से दुष्कर्म व लूट हो रही है। गौरतलब है कि मेयर शिवराज पासवान को अज्ञात हमलावरों ने गोलियों से छलनी कर दिया। बुलेट पर सवार मेयर के सीने पर हमलावरों तीन गोलियां मारीं, अस्पताल ले जाने के दौरान मेयर ने दम तोड़ दिया।