रूस और यूक्रेन (Russia and Ukraine) के बीच शांति स्थापित होने की वजह संघर्ष बढ़ता जा रहा है. जो जंग (War) 24 फरवरी से शुरू हुई थी, वह अब तक जारी है. पिछले दिनों क्रीमिया पुल पर हुए अटैक के बाद एक बार फिर हालात बिगड़ने लगे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (President Vladimir Putin) ने NATO के बॉर्डर से सिर्फ 20 मील की दूरी पर 11 न्यूक्लियर बॉम्बर्स (nuclear bombers) तैनात कर दिए हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी सैटेलाइट ऑपरेटर प्लैनेट लैब्स की ओर से जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि नॉर्वे के बॉर्डर से 20 मील से भी कम दूरी पर रूसी TU-160 और TU-95 रणनीतिक न्यूक्लियर बॉम्बर्स की तैनाती बढ़ गई है. बताया जा रहा है कि ये 11 न्यूक्लियर बॉम्बर्स परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं.रिपोर्ट के मुताबिक ये तस्वीरें 7 अक्टूबर को ली गई थीं. सैटेलाइट इमेज में कोल्स्की प्रायद्वीप पर रूसी एयरबेस ओलेन्या पर 7 Tu-160 बमवर्षक और 4 Tu-95 विमान दिखाई दे रहे हैं. जबकि 2 दिन बाद एक तस्वीर में TU-160 बमवर्षकों में से एक विमान रनवे पर उड़ान भरने के लिए तैयार दिखाई दे रहा है.
Tu-160 जेट सबसे भारी युद्धक विमान
Tu-160 जेट अब तक का सबसे बड़ा और सबसे भारी युद्धक विमान है. जो कि 7,500 मील तक बिना रुके उड़ान भरने में सक्षम है. ये बमवर्षक छोटी दूरी की 12 न्यूक्लियर मिसाइलों को ले जा सकते हैं. रूस की वायुसेना के पास कुछ सबसे बड़े विमान भी हैं, जो क्रूज मिसाइलों और बड़े पैमाने पर न्यूक्लियर बमों को ढोने में सक्षम हैं.
बॉर्डर पर बम बरसा सकते हैं पुतिन
रक्षा सूत्रों का माननाहै कि पुतिन पश्चिम देशों को बड़ा संदेश देने के लिए बॉर्डर पर बम बरसा सकते हैं. क्योंकि क्रीमिया पुल के विस्फोट के बाद पुतिन ने कई बार चेतावनी दी है कि वह कीव को इस टेरर ऐक्ट के लिए करारा जवाब देंगे. पुतिन ने हाल ही में ये भी कहा था कि रूस की ओर से किए गए हमले क्रीमिया पुल पर ब्लास्ट के बाद की प्रतिक्रिया है.
यूक्रेन के शहरों पर 100 से ज्यादा अटैक
इतना ही नहीं, क्रीमिया ब्रिज पर हमले के बाद रूस ने तीसरे विश्व युद्ध की धमकी दी है. रूस ने यूक्रेन के शहरों पर 100 से ज्यादा मिसाइल बरसाई हैं. रूसी हमलों के बीच यूक्रेन NATO में शामिल होने की कोशिश कर रहा है. ऐसे में यूक्रेन के NATO में शामिल होने को लेकर रूस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
रूस ने दी विश्व युद्ध की धमकी
रूसी सिक्योरिटी काउंसिल के डिप्टी सेक्रेटरी अलेक्जेंडर वेनेडिकतोव ने कहा कि यूक्रेन जानता है कि अगर वह नाटो में शामिल हुआ तो ये इस युद्ध को तीसरे विश्व युद्ध में तब्दील कर देगा. पुतिन के करीबी कहे जाने वाले अलेक्जेंडर वेनेडिकतोव ने कहा कि इस तरह का कदम उठाने का अंजाम खुद NATO सदस्य भी समझते हैं.
‘यूक्रेन को नष्ट करना रूस का उद्देश्य नहीं’
एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक हाल ही में कज़ाख की राजधानी अस्ताना में एक संवाददाता सम्मेलन का आयोजन हुआ था. इसमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी शामिल हुए थे. इस दौरान उनसे पूछा गया था कि क्या उन्हें युद्ध को लेकर किसी तरह का मलाल है, इस पर उन्होंने कहा-नहीं. हालांकि पुतिन ने ये भी कहा कि यूक्रेन को नष्ट करना रूस का उद्देश्य नहीं था. हालांकि उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि फिलहाल यूक्रेन पर हमला करने की कोई जरूरत नहीं है.
जेलेंस्की ने की NATO सदस्य बनने की प्रक्रिया तेज करने की मांग
30 सितंबर को यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने नाटो सदस्य बनने की प्रक्रिया को तेज करने की मांग की थी. दरअसल, रूस यूक्रेन के 18 फीसदी हिस्से पर अवैध कब्जा कर चुका है, ऐसे में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा था कि यूक्रेन को जल्द से जल्द नाटो का सदस्य बना दिया जाए. वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन कई बार परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की चेतावनी दे चुके हैं. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि उनकी इन धमकियों को हल्के में ना लिया जाए.