त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र बधूनी के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत ससली में बकरी चराने वाली महिला सरपंच बनी है. महिला का नाम सुलोचना बाई है. महिला सशक्तिकरण की अनूठी मिसाल पेश कर ससली गांव अब खूब सुर्खियों में आ गया है. ससली के नाम की चर्चा इसलिए भी हो रही है क्योंकि सरपंच ही नहीं ग्राम पंचायत में सभी पंच भी अब केवल महिलाएं ही होंगी.
नवनियुक्त सरपंच सुलोचना बाई ने सरपंच बनने के बाद लोगों का धन्यवाद किया. उन्होंने खुशी जताते हुए कहा, ”मुझे पंचायत चलाने का अवसर मिला है. लोगों ने मुझपर भरोसा किया है. अब जैसा सब लोग कहेंगे वैसे मिलजुल कर काम करेंगे.”
सुलोचना देवी ने यह भी बताया कि वब तीन घरों की बकरी चराकर परिवार का पालन पोषण करती हैं और आगे भी करती रहेंगी. बताया गया है कि ससली ग्राम पंचायत वह ग्राम पंचायत है जिसे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जवला योजना में अतिविशिष्ट प्रदर्शन करने के लिए सम्मानित भी किया था. क्योंकि ससली सीहोर जिले का पहला ऐसा गांव था जो धुआं मुक्त घोषित हुआ था.
इस ग्राम पंचायत की स्थिति पर नजर डालें तो लगभग 100 से अधिक मकान हैं, जिनमें तकरीबन 700 लोग रहते हैं. सुलोचना बाई के सरपंच बनने के बाद पूरे गांव वाले उन्हें बधाई देने घर पहुंच रहे हैं. अब देखना ये होगा कि गांव वालों की उम्मीदों को पूरा करने में सुलोचना बाई कितना सफल हो पाती हैं.