मुजफ्फरनगर. डॉग स्क्वॉड में एएसपी के पद पर तैनात टिंकी को मुजफ्फरनगर पुलिस ने श्रद्धांजलि दी है. पुलिस लाइन में फीमेल डॉग टिंकी की प्रतिमा लगाई गई है. एसपी सिटी अर्पित विजय वर्गी की मौजूदगी में डॉग हैंडलर सुनील कुमार ने टिंकी की प्रतिमा का अनावरण किया. टिंकी ने लूट, चोरी और हत्या के 49 केसों को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई थी. बेहतरीन सेवाओं के लिए ही पुलिस लाइन में उसकी प्रतिमा बनवाई गई. उसे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई.
बीते साल नवंबर में टिंकी की आंतों में इंफेक्शन हुआ था. मेरठ में उसका ऑपरेशन किया गया था, लेकिन टिंकी को बचाया नहीं जा सका. तीन नवंबर को टिंकी का निधन हो गया था. टिंकी ने साल 2013 में मध्य प्रदेश में बीएसएफ प्रशिक्षण केंद्र से ट्रेनिंग ली थी. ट्रेनिंग पूरी होने के बाद उसे डॉग स्क्वॉड में बतौर हेड कांस्टेबल शामिल किया गया था. कई वारदातों में पुलिस की मदद करने के चलते उसे एएसपी का पद दिया गया था.
49 वारदात के राजफाश में निभाई अहम भूमिका
जनपद का पुलिस विभाग क्यूटिक्स उर्फ टिंकी के योगदान को कभी भुला नहीं पाएगा. 2018 में बुढ़ाना में अवैध संबंधों के चलते हत्या के बाद लाश को बोरे में बंद कर तालाब में फेंक दिया गया था. टिंकी ने वारदात के चंद दिन बाद ही शव बरामद करा दिया था. भौराकलां थानाक्षेत्र के गांव कपूरगढ़ में युवती की हत्या करके शव को भूसे में छिपा दिया गया था. टिंकी ने शव को बरामद कराने और वारदात करने वाली बड़ी बहन को पकड़वाने में पुलिस का सहयोग किया था. इसके अलावा मोरना निवासी पशु चिकित्सक की गांव ककराला में दूसरे समुदाय के लोगों ने हत्या के बाद शव बोरे में बंद कर जंगल में छिपा दिया था. टिंकी की मदद से ही शव बरामद हुआ था. इसके अलावा लूट, चोरी और डकैती की 49 वारदात का राजफाश करने में टिंकी ने अहम भूमिका निभाई थी.