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फिलीपींस में भूकंप के तेज झटके, रिक्टर स्केल पर 6.7 रही तीव्रता

फिलीपींस (Philippines) में शनिवार सुबह भूकंप (Earthquake) के तेज झटके महसूस किए गए. अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे (US Geological Survey) ने इसकी जानकारी दी. इसने बताया भूकंप का केंद्र काफी गहराई में स्थित था. स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि इससे किसी भी नुकसान की जानकारी नहीं मिली है. अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे ने बताया कि रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.7 रही. भूकंप लुजोन (Luzon) के मुख्य द्वीप पर सुबह 4.48 बजे आया. इसके केंद्र की गहराई 112 किमी थी.

भूकंप के तेज झटके के बाद ऑफ्टर शॉक भी महसूस किए गए. बताया गया कि इसी इलाके में कुछ मिनट बाद ही 5.8 तीव्रता वाला एक और भूकंप आया, जिसका केंद्र भी काफी गहराई में स्थित था. बटगास प्रांत (Batangas province) में कैलाटगन नगरपालिका में पुलिस मेजर रोनी ऑरेलानो ने कहा कि भूकंप के झटके काफी ताकतवर थे और हम इन झटकों के बाद से ही चिंतित हैं. बटगास प्रांत राजधानी मनीला (Manila) के दक्षिण में स्थित है, जो भूकंप का केंद्र भी रहा. उन्होंने कहा कि यहां बहुत तेज बारिश हो रही है, लेकिन यहां हमारे लोग भूकंप के आदि हैं. भूकंप आने पर वे झुकने, पकड़ने और कवर करने के बारे में जानते हैं.

सुनामी की चेतावनी नहीं

पुलिस मेजर रोनी ऑरेलानो ने कहा कि हम निचले इलाकों की जांच कर रहे हैं, ताकि सुनामी से बचा जा सके. फिलीपींस भूकंपीय एजेंसी ने कहा कि उसे नुकसान की उम्मीद नहीं है. अमेरिकी सुनामी चेतावनी प्रणाली (US Tsunami Warning System) के अनुसार किसी भी तरह की सुनामी चेतावनी या खतरा नहीं है. पास के माबिनी में पुलिस कॉर्पोरल बर्नी फेडेरोगाओ ने कहा, यहां पर पहले आए भूकंप के मुकाबले ये ज्यादा शक्तिशाली नहीं था. अभी तक किसी भी नुकसान की जानकारी नहीं है. हमारा स्लाइडिंग दरवाजा थोड़ा सा हिल गया है, लेकिन ये टूटा नहीं है.

रिंग ऑफ फायर की वजह से आते हैं भूकंप

फिलीपींस में लगातार ही भूकंप के झटके महसूस किए जाते रहे हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि ये ‘रिंग ऑफ फायर’ (Ring of Fire) के नजदीक स्थित है. ये इलाका जापान (Japan) से दक्षिण पूर्व एशिया और प्रशांत बेसिन में फैला हुआ है. दुनिया में आने वाले सभी भूकंपों के 90 प्रतिशत भूकंप इसी इलाके में आते हैं. इस क्षेत्र में करीब 450 सक्रिय और शांत ज्वालामुखी (Volcano) मौजूद हैं. इस कारण इस क्षेत्र में स्थित देशों पर भूकंप का खतरा लगातार बना रहता है.