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पीएम मोदी के जम्मू दौरे से पहले सुरक्षा एजेंसियां सतर्क, ड्रोन से की जा रही चप्पे-चप्पे की निगरानी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के मौके पर जम्मू कश्मीर की यात्रा करेंगे और करोड़ों रुपये की औद्योगिक परियोजनाओं के शिलान्यास समारोह में शामिल होंगे. प्रधानमंत्री के जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के पल्ली दौरे से पहले सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. पुलिस अधिकारियों ने दौरे से पहले सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की है और किसी भी विध्वंसक गतिविधि को रोकने के लिए सीमा और राष्ट्रीय राजमार्ग सुरक्षा ग्रिड को मजबूत करने का आह्वान किया है. सुरक्षा एजेंसियां (Security Agencies) आयोजन स्थल व अन्य जगह आधुनिक ड्रोन से निगरानी कर रही हैं.

राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के मौके पर पीएम मोदी पांच एक्सप्रेस वे का शिलान्यास करने के साथ ही बनिहाल-काजीगुंड टनल का उद्घाटन करेंगे. उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने बताया कि प्रदेश में अगले चार साल में बिजली उत्पादन दोगुना करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री 850 मेगावाट रेटले तथा 540 मेगावाट क्वार हाइड्रो प्रोजेक्ट का शिलान्यास भी करेंगे.
कार्यक्रम में लगाई जाएगी प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी
कार्यक्रम को लेकर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया है कि पंचायती राज दिवस पर जम्मू में आयोजित होने जा रहे इस कार्यक्रम में एक प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी लगाई जाएगी. उनके मुताबिक इसका मकसद स्टार्ट-अप को प्रोत्साहित करना और देश में आजीविका के लिए अपनाए जा रहे विभिन्न नए विकल्पों के बारे में जागरूकता पैदा करना है. विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसार सिंह ने जम्मू में मंत्रालय द्वारा लगाए गए एक दर्जन से अधिक स्टॉल्स की समीक्षा की.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मंत्रालय के विभिन्न विभागों और इकाइयों की ओर से लगाए गए स्टॉल्स में ग्रामीण और कृषि क्षेत्र के लिए लाभकारी आधुनिक प्रौद्योगिकी और नवोन्मेष का प्रदर्शन किया जाएगा. बयान के मुताबिक, ‘सिंह ने सोमवार को सांबा जिले के पल्ली पंचायत में 500 किलोवाट के सौर संयंत्र और प्रदर्शनी के अन्य विषयों का निरीक्षण किया था. इस संयंत्र को रिकॉर्ड समय में तैयार किया गया है.’
मात्र 18 दिनों में स्थापित किया गया है कार्बन मुक्त सौर संयंत्र
जितेंद्र सिंह ने कहा कि कार्बन मुक्त सौर संयंत्र कुल 6,408 वर्ग मीटर क्षेत्र में स्थापित किया गया है और इस संयंत्र को 18 दिनों के रिकॉर्ड समय में पूरा किया गया है. उन्होंने कहा कि इस संयंत्र से पंचायत के 340 घरों को स्वच्छ बिजली और रोशनी प्रदान की जाएगी. इसका निर्माण सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने किया है. केंद्रीय मंत्री ने वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के वरिष्ठ वैज्ञानिकों के साथ अरोमा मिशन और सामान्य नागरिक की आय के संसाधनों में वृद्धि के लिए बैंगनी क्रांति के समग्र प्रभाव की भी समीक्षा की.