पाकिस्तान में इन दिनों एक ऊंट को लेकर बवाच मचा हुआ है. अब सरकार ऊंट के लिए दुबई से आर्टिफिशियल पैर मंगवा रही है और इलाज का पूरा खर्च भी उठाएगी. सोशल मीडिया पर भी यह मामला छाया हुआ है और 6 लोगों की भी इस केस में गिरफ्तारी हुई है. इन लोगों पर आरोप है कि उन्होंने ऊंट का पैर काट दिया. यह ऊंट सिंध प्रांत में चारे की तलाश में एक खेत में घुस गया था. खेत के जमींदार और उसके पांच नौकरों पर ऊंट के पैर काटने का आरोप है और उनकी गिरफ्तारी भी हो गई है. इस घटना से स्तब्ध शीर्ष राजनेता ऊंट के लिए अब दुबई से कृत्रिम पैर की व्यवस्था कर रहे हैं.
पिछले सप्ताहांत संघर जिले के मुंड जमराव गांव में ऊंट का दाहिना पैर काटने के बाद कटे हुए पैर को हाथ में लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किये जाने के बाद रुस्तम शार और उसके पांच नौकरों को गिरफ्तार किया गया. इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर काफी हंगामा हुआ और पशु अधिकार संगठनों और लोगों ने सरकार से जमींदार के खिलाफ इस क्रूर कृत्य के लिए कार्रवाई की मांग की. ऊंट के मालिक और किसान सूमर बेहान ने पुलिस को मामले की सूचना नहीं दी लेकिन मामला सामने आने के बाद अधिकारियों ने उनसे संपर्क किया.
सिंध के मुख्यमंत्री सैयद मुराद अली शाह के निर्देश पर आश्रय स्थल का दौरा करने के बाद पशुधन सचिव काजिम जाटो ने कहा, ‘ऊंट को तुरंत कराची स्थित व्यापक आपदा प्रतिक्रिया सेवा (CDRS) पशु आश्रय स्थल ले जाया गया और उसके लिए दुबई से कृत्रिम पैर मंगवाया गया है.’ सचिव ने बताया कि सिंध सरकार ने ऊंट के इलाज का खर्च उठाने का वादा किया है और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी दुबई से ऊंट के लिए कृत्रिम पैर की व्यवस्था कर रहे हैं.
जाटो ने बताया कि ऊंट के पैर में सुधार हो रहा है और उसके इलाज के अगले चरण के बारे में निर्णय लेने के लिए मंगलवार को उसका एक्स-रे कराया जाएगा. पुलिस ने बताया कि किसान ने अपराधी की पहचान करने और उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने से इनकार कर दिया इसलिए राज्य की ओर से छह अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.
पुलिस द्वारा दर्ज की गई एक अन्य प्राथमिकी में बताया गया कि शनिवार को जब पुलिसकर्मी छह संदिग्धों को गिरफ्तार करने के लिए पहुंचे तो उनका विरोध किया गया और उन पर हमला किया गया. उपनिरीक्षक अत्ता हुसैन जट्ट ने कहा कि संदिग्धों को रविवार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट आसिफ सियाल के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें चार दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. अधिकारी ने बताया कि पुलिस घटना में इस्तेमाल हथियार बरामद करने में जुटी . उन्होंने बताया कि मामले की जांच जारी है.