नेपाल बॉर्डर के रास्ते भारत में अवैध रुप से घुसे दो चीनी नागरिक 15 दिनो तक नोएडा में रहे, मगर इसके बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को कोई भनक नही लगी। शनिवार को नेपाल बॉर्डर के रास्ते वापस जाते समय एसएसबी टीम ने दोनो को पकड़ा है। जिसके बाद दोनो को पूछताछ के लिए बिहार पुलिस को सौंप दिया गया है। इस मामले में नोएडा पुलिस ने जांच शुरु कर दी है और पता लगाया जा रहा है कि वह नोएडा में कहां पर और किन उद्देश्यों से रहे थे और किन लोगों के संपर्क में थे।
जानकारी के अनुसार दो चीनी नागरिक पहले चीन से थाईलैंड पहुंचे, उसके बाद नेपाल के काठमांडू पहुंचे, वहां से साईकिल पर सवार होकर नेपाल बार्ड़र पर आए और 24 मई को ये दोनो चीनी नागरिक अवैध रुप से भारत में दाखिल हो गए। भारत में दाखिल होने के बाद इन्होने एक कार रेंट पर ली और वहां से नोएडा में रहने वाले अपने कैरी नामक दोस्त के पास पहुंच गए।
इसके बाद दोनो लोग 15 दिनो तक नोएडा और आस-पास के स्थानो पर घूमते रहे। शनिवार को दोनों चीनी नागरिक फिर से रेंट पर ली गई कार से नेपाल बॉर्डर पर पहुंचे और कार वापस करने के बाद पैदल ही बॉर्डर पार करने का प्रयास कर रहे थे, तभी एसएसबी टीम ने दोनो को पकड़ लिया। दोनो के पास से टीम को भारतीय वीजा नही मिला है। इसके अलावा भारत में लिए गए कई सिम कार्ड भी बरामद हुए है।
पकड़े गए नागरिकों की पहचान 30 वर्षीय लू लैंग और 32 वर्षीय यू हेलेंग के रूप में हुई है। एसएसबी टीम ने दोनो पकड़े गए युवकों को बिहार सीतामढ़ी के सुरसंड थाने की पुलिस को सुपुर्द कर दिया है। जहां उनसे पूछताछ की जा रही है। जानकारी मिलने के बाद नोएडा पुलिस ने भी जांच शुरु कर दी है।
अपर आयुक्त कानून और व्यवस्था लव कुमार ने कहा, ‘चीनी नागरिको के पकड़े जाने की जानकारी मिली है। ये लोग नोएडा में किसके पास रहे और किस किस से मिले है। इसकी जांच शुरु करा दी गई है और इस मामले को लेकर नोएडा पुलिस लगातार बिहार पुलिस और अन्य जांच एजेंसियों से संपर्क बनाये हुए है।’