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दुनियाभर में 31.1 लाख संक्रमित, दो लाख 25 हजार लोगों की मौत

 दुनियाभर में कोरोना मरीजों की संख्‍या बढ़ती ही जा रही है। दुनियाभर में इस महामारी से दो लाख 25 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है और 31 लाख 87 हजार से ज्यादा संक्रमित हैं। अमेरिका में 10,36,417 लोग संक्रमित हैं जबकि 59,284 की मौत हो चुकी है। ब्रिटेन यूरोप में इटली के बाद दूसरा ऐसा देश बन गया है, जहां कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं। बुधवार को जारी नए आंकड़ों के मुताबिक मरने वालों की संख्या 4,419 बढ़ गई है। इसमें नर्सिग होम में हुई मौतों को भी शामिल किया गया है। पहले जारी किए जा रहे आंकड़ों में सिर्फ अस्पतालों में होने वाली मौतों को ही शामिल किया जाता था।

नए आंकड़ों के मुताबिक ब्रिटेन में अब तक 26,097 लोगों की मौत हुई है। यूरोप में इससे ज्यादा सिर्फ इटली में अब तक 27,682 लोगों की जान गई है। ब्रिटेन में एक लाख साठ हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। इस बीच, ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक रॉब ने कहा है कि उनके देश में एक दिन में 73 हजार से जांच की क्षमता है। ब्रिटेन के बाद फ्रांस में मरने वालों की संख्या 24,087 हो गई है। बुधवार को 427 लोगों की जान गई। मंगलवार की तुलना में यह संख्या कुछ ज्यादा थी, लेकिन पिछले दिनों हो रही मौतों को देखें तो यह बहुत कम है। एक लाख 68 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं।

इटली में एक दिन बाद में मरने वालों की संख्या पिछले दिन की तुलना में कुछ कम हुई है। नए मामले भी कम सामने आए हैं। बुधवार को 323 मौतें हुई और 2,086 नए मामले सामने आए हैं, जबकि, मंगलवार को 382 लोगों की जान गई और 2,091 नए मामले सामने आए थे। अब तक 27,682 लोगों की मौत हुई है और 2,03,591 संक्रमित हुए हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड कहा है कि चीन के कारण ही दुनिया के 184 देश नर्क जैसी स्थितियों से गुजर रहे हैं

रूस में पिछले चौबीस घंटों में संक्रमण के करीब छह हजार नए मामले सामने आए हैं जिसके साथ संक्रमित मरीजों की संख्या एक लाख के करीब (99,939) पहुंच गई है। बीते 24 घंटों में 108 लोगों की मौत के बाद देश में कोरोना से मरने वालों की संख्या 972 हो गई है। पुतिन ने देशवासियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि स्थिति बहुत गंभीर है और महामारी का चरम आना अभी बाकी है। रूस में मृतकों की संख्‍या भले कम हो लेकिन संक्रमित मरीजों के मामले में उसने चीन और ईरान को पीछे छोड़ दिया है।

स्पेन में पिछले 24 घंटों में 325 लोगों की मौत हो गई है जिसके साथ महामारी से 24 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। इसके साथ ही संक्रमित मरीजों की संख्या दो लाख 32 हजार से ज्यादा हो गई है। प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने मंगलवार को लॉकडाउन से बाहर आने की योजना पेश की जिसमें कहा गया है कि लोग शनिवार से एक्सरसाइज के लिए बाहर जाने के साथ ही बाल कटाने और दूसरी व्यक्तिगत सुविधाओं का लाभ ले सकेंगे। ज्यादातर स्थानों पर दुकानें 11 मई को खुलेंगी, लेकिन आउटडोर कैफे और बार एक तिहाई कर्मचारियों के साथ काम करने के लिए स्वतंत्र होंगे।

स्‍पेन में इबादत के लिए चर्च और मस्जिदों को भी छूट प्रदान की गई है, लेकिन प्रार्थना के समय शारीरिक दूरी और मास्क जैसे नियमों का पालन करना होगा। लॉकडाउन से यह छूट पूरे देश में एक जैसी नहीं होगी। संक्रमण और अस्पतालों में आइसीयू बेड की स्थिति को देखकर छूट दी जाएगी। 14 मार्च से जारी लॉकडाउन से देश में खुदरा बिक्री में पिछले साल के मुकाबले 14.1 फीसद की कमी आई है।

पोलैंड में होटल और शॉपिंग मॉल चार मई से खुल जाएंगे। हालांकि प्लेस्कूल के पास यह विकल्प होगा कि वह छह मई से स्कूल खोलें। पोलैंड के प्रधानमंत्री ने देशवासियों को 10 मई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के बारे में भी आश्वस्त किया है। उन्होंने कहा, अगर टालने की स्थिति भी आई तो सिर्फ एक से दो सप्ताह की देरी चुनावों में होगी। 3.8 करोड़ की आबादी वाले इस देश में 12,415 लोग संक्रमित हैं और 606 लोगों की मौत हो चुकी है।

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा और भीड़भाड़ पर रोक के साथ लॉकडाउन में कुछ छूट की घोषणा की है। संक्रमण के मामले कम होने के कारण कैनबरा जैसे कुछ प्रांत पहले ही प्रतिबंधों में ढील दे चुके हैं। ऑस्ट्रेलिया में संक्रमण के 6,738 मामले हैं। 89 लोगों की मौत हो चुकी है।

महामारी को देखते हुए टोक्यो की गवर्नर यूरिको कोइके ने जापान में राष्ट्रीय आपातकाल बढ़ाने की मांग की है। उन्होंने कहा, टोक्यो अब भी गंभीर स्थिति का सामना कर रहा है, इसलिए मेरी इच्छा है कि इसे बढ़ाया जाए। जापान में अभी तक 400 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें से अकेले 100 मौतें राजधानी टोक्यो में हुई हैं। जापान के प्रधानमंत्री एबी शिंजो द्वारा घोषित राष्ट्रीय आपातकाल छह मई को समाप्त होना है। जापान में अब भी किसी तरह का लॉकडाउन नहीं है। वहां कुछ व्यवसाय और रेस्तरां पहले की तरह खुल रहे हैं। लेकिन हमेशा यात्रियों से भरी रहने वाली ट्रेनों में नाममात्र के लोग दिखाई दे रहे हैं।