दिल्ली सरकार और दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के बीच एक बार फिर विवाद शुरू हो गया है. इस बार तकरार की वजह बने हैं LG द्वारा दिल्ली सरकार के ब्रेन यानी थिंक टैंक कहे जाने वाले दिल्ली के डॉयलॉग एंड डेवलपमेंट कमीशन के वाइस चेयरमैन जैस्मीन शाह. एलजी ने जैस्मीन शाह को मिलने वाली सभी सुविधाओं और उनकी सेवाओं पर तत्काल प्रभाव से रोक लगवा दी है.
दिल्ली के LG के निर्देश पर DDC के वाइस चेयरमैन जैस्मिन शाह को मिलने वाली सभी सरकारी सेवा और सुविधा पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है. साथ ही जैस्मिन शाह के दफ्तर पर तुरंत ताला लगाने का निर्देश जारी कर शाह को मिलने वाला सरकारी वाहन और स्टाफ भी तुरंत वापस ले लिया गया है.
क्या है पूरा विवाद?
दरअसल, उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से दिल्ली के संवाद और विकास आयोग (DDC) के उपाध्यक्ष जैस्मीन शाह को पद से हटाने के लिए कहा है, क्योंकि आरोप है कि वो अपने कार्यालय का दुरुपयोग राजनीतिक उद्देश्यों के लिए कर रहे थे.
ऐसे में उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री को DDC के उपाध्यक्ष जैस्मीन शाह को पद से हटाए जाने को लेकर फैसला किए जाने तक शाह के VC के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने और DDC के उपाध्यक्ष के कार्यालय से जुड़े किसी भी “विशेषाधिकार और सुविधाओं” का उपयोग करने से रोकने के लिए निर्देश दिया.
इसी संबंध में 17 नवंबर को दिल्ली सरकार के नियोजन विभाग द्वारा एक प्रशासनिक आदेश भी जारी किया गया था, जिसपर कार्रवाई करते हुए सिविल लाइंस के SDM ने गुरुवार देर रात DDC के दफ़्तर परिसर को सील कर दिया.
आपको बता दें कि दिल्ली सरकार की सारी योजनाओं को बनाने से लेकर उनके क्रियान्वयन के लिए थिंकटैंक के रुप में डायलॉग एंड डेवलपमेंट कमीशन की स्थापना 7 साल पहले की गई थी. DDC का वाइस चेयरमैन जैस्मिन शाह को बनाया गया था. लेकिन जैस्मिन शाह आम आदमी पार्टी के नेता भी हैं और कई मौकों पर पार्टी और सरकार का पक्ष रखते रहें हैं इसी वजह से उनपर पर पद का दुरपयोग करने के आरोप लगाए गए.