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तेजस्वी यादव ने द्रौपदी मुर्मू पर कसा तंज, कहा- राष्ट्रपति भवन में ‘मूर्ति’ नहीं चाहिए

लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने पहले ही राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अपना स्टैंड साफ कर दिया था वह एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन नहीं करेगी। इसी बीच तेजस्वी यादव ने तंज कसते हुए कहा कि राष्ट्रपति भवन में हमें राष्ट्रपति बैठाना है ना कि कोई मूर्ति। इतना ही नहीं तेजस्वी ने द्रौपदी मुर्मू की तरफ इशारा करते हुए कहा कि आज तक हमने कभी उन्हें प्रेस कॉन्फ्रेंस करते नहीं देखा है।

दरअसल, तेजस्वी यादव एक कार्यक्रम में शामिल होने शिवहर पहुंचे थे। यहां पत्रकारों के द्वारा तेजस्वी से जब राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने यह बातें कही हैं। तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने कभी उन्हें बोलते हुए नहीं सुना है और मुझे नहीं लगता है कि आप लोगों ने भी सुना होगा। यशवंत सिन्हा को तो आप सब ने हर जगह बोलते हुए सुना है, लेकिन जो सत्ता पक्ष से एनडीए की उम्मीदवार बनाई गई हैं, वो जब से उम्मीदवार बनी हैं, उन्होंने एक भी प्रेस वार्ता नहीं किया है।

हालांकि तेजस्वी के इस बयान पर भाजपा ने उनपर पलटवार भी किया है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि द्रौपदी मुर्मू आदिवासी महिला हैं और एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हैं। उनके बारे में नेता प्रतिपक्ष ने टिप्पणी करके जगजाहिर कर दिया कि जो व्यक्ति लिखा हुआ भाषण ठीक से नहीं पढ़ सका, उनकी भाषा और शिक्षा के बारे में सबको पता है। द्रौपदी मुर्मू पर इस तरह की टिप्पणी करना दुर्भाग्यपूर्ण है।

इसके अलावा भाजपा नेता शाहजाद पूनावाला ने कहा कि तेजस्वी यादव का यह बयान महिला विरोधी है, उनको इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पुडुचेरी कांग्रेस ने उन्हें ‘डमी’ कहा और अब आरजेडी नेता उन्हें ‘मूर्ति’ बता रहे है। तेजस्वी यादव का बयान आदिवासी विरोधी मानसिकता को दिखाता है।