टाटा स्टील (Tata Steel) के जमशेदपुर स्थित प्लांट (Jamshedpur plant) के अंदर धमाके (Explosion) के बाद लगी भयंकर आग (Fierce Fire) में तीन कर्मचारी (Three Workers) घायल हो गये (Injured) । लगभग दो घंटे बाद दमकल (Fire Brigade) की मदद (Help) से आग और गैस रिसाव पर (On Fire and Gas Leak) काबू पा लिया गया (Under Control) । प्लांट से ऊंची लपटें निकलने और गैस का रिसाव होने से आस-पास के इलाके में भगदड़ जैसी स्थिति बन गयी। आग लगने और गैस रिसाव होने के बाद कर्मचारियों को तत्काल सुरक्षित बाहर निकाला गया।
टाटा स्टील के कॉरपोरेट कम्युनिकेशन ने आधिकारिक तौर पर हादसे में दो कांट्रैक्ट कर्मचारियों को चोट लगने की बात कही है। इन्हें हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया है। इसके अलावा एक व्यक्ति को सीने में दर्द की शिकायत पर हॉस्पिटल ले जाया गया है। कंपनी ने कहा है कि हादसे की वजहों का पता लगाया जा रहा है।
सीएम हेमंत सोरेन और पूर्व सीएम रघुवर दास ने इस घटना को लेकर ट्वीट किया है। सीएम हेमंत सोरेन ने कहा है कि जमशेदपुर में टाटा स्टील प्लांट में ब्लास्ट होने की खबर मिली है। जिला प्रशासन, टाटा स्टील प्रबंधन के साथ सामंजस्य बनाकर घायलों के त्वरित इलाज हेतु कार्रवाई कर रही है।
बताया जा रहा है कि घटना कोक प्लांट के बैटरी नंबर 6 और 7 में हुई। इसमें काम कर रहे टीएन कन्स्ट्रक्शन के ठेका मजदूर नरसिंह मुर्मू को एक अजीब सी आवाज सुनाई दी। वह कुछ समझ पाते, उसके पहले एक एंगल टूट कर मुर्मू के बाईं जांघ से टकराया। इससे नरसिंह मुर्मू को गंभीर चोट आई है। हालांकि उन्हें खतरे से बाहर बताया जा रहा है।
कारपोरेट कम्युनिकेशन की ओर से जारी बयान के अनुसार सुबह करीब 10 बजकर 20 मिनट पर जमशेदपुर वर्क्स स्थित कोक प्लांट के बैटरी 6 में फाउल गैस लाइन में धमाका हुआ। वर्तमान में बैटरी 6 काम नहीं कर रही है और इसे हटाने की प्रक्रिया चल रही है। एंबुलेंस और दमकल की गाड़ियां तुरंत घटना स्थल पर पहुंच गईं और इलाके की घेराबंदी कर दी गई है। स्थिति पर काबू पा लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि कंपनी की सुरक्षा को लेकर एमडी टीवी नरेन्द्रन काफी गंभीर हैं। नये वित्तीय वर्ष के पहले दिन प्रबंधन और यूनियन पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि सुरक्षा को लेकर जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी पर काम करना है।