बिहार में शराबबंदी लागू है लेकिन प्रशासन जहरीली शराब के कारोबारियों पर अंकुश लगाने में काफी हद तक फेल होता नज़र आ रहा है। दिवाली पर तो जहरीली शराब ने कहर ही बरपा रखा है। कल गोपालगंज में आठ लोगों की मौत के बाद आज बेतिया से भी बुरी खबर आई है। वहां भी जहरीली शराब पीकर आठ लोगों की मौत हो गई जबकि कई बीमार होकर अस्पताल में जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। घटना नौतन थाना क्षेत्र के दक्षिणी तेलहुआ गांव की बताई जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार मरने वालों में पंचायत के वार्ड नंबर 2, 3 और 4 के लोग हैं। गांववालों के मुताबिक बुधवार की देर शाम एक टोले के लोगों ने शराब पी थी। शराब पीने के कुछ समय बाद ही सभी लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी। सभी को आनन-फानन में नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां एक के बाद एक लोगों की मौत से हड़कंप मच गया। अब तक कुल आठ लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में बच्चा यादव, महाराज यादव, हनुमंत सिंह, मुकेश पासवान, जवाहर सहनी, उमा साह, रमेश सहनी और राम प्रकाश राम शामिल हैं। कई लोग अभी भी गंभीर रूप से बीमार हैं। बेतिया के एसपी उपेन्द्रनाथ वर्मा ने कहा कि वह खुद इस मामले को देख रहे हैं। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
कल गोपालगंज में हुआ था हादसा
उधर, गोपालगंज के महम्मदपुर थाने के महम्मदपुर गांव में छह और बुचेया और लोहजिरा के एक-एक समेत आठ लोगों की बुधवार को संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई। चार लोग बीमार हो गए। परिजनों व ग्रामीणों के अनुसार जहरीली शराब पीने के कारण मौत हुई है। हालांकि प्रशासन ने चार की मौत की पुष्टि की और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है। वहीं, खान व भूतत्व मंत्री जनक राम ने जहरीली शराब पीने से आठ लोगों की मौत की बात कही है।
मृतकों में रामबाबू राय (35) , छोटेलाल प्रसाद (35) संतोष कुमार साह, मुकेश राम (महम्मदपुर) व छोटे लाल सोनी, पानापुर (सारण) शामिल हैं। इनमें दो लोगों को मोतिहारी के छतौनी स्थित निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान मौत हो गई। गोपालगंज के एसपी आनंद कुमार ने बताया कि संदिग्ध स्थिति में मौत के मामले की जांच की जा रही है। शवों का पोस्टमार्टम व एसएफएल जांच कराई जा रही है। रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा कि आखिर चार लोगों की मौत किस वजह से हुई है। चार को हिरासत में लेकर पूछताछ हो रही है।