अल-अक्सा मस्जिद कंपाउंड में इस्राइली पुलिस और फलस्तीनियों के बीच शुरू झड़पों के बाद इस्राइल के लिए अब दो मोर्चों पर संघर्ष छिड़ गया है। एक तरफ, हमास द्वारा इस्राइली शहरों को रॉकेट से निशाना बनाने व इस्राइल ने गाजा पट्टी पर हवाई हमलों के चलते आसमान पर मिसाइलों की जंग जारी है।वहीं, इस्राइल के कई शहरों और कस्बों में अरब और यहूदियों के बीच हिंसा और भड़क उठी है। इन हमलों के चलते सोमवार से अब तक 16 बच्चों समेत 67 से ज्यादा फलस्तीनियों की मौत हो गई है जबकि हमास द्वारा दागे गए रॉकेटों से इस्राइल में पांच साल के लड़के और एक सैनिक समेत 7 लोग मारे गए। दोनों तरफ की जंग में अब तक 73 की मौत हुई है।
उधर, इस्राइली शहरों में यहूदियों और अरबों के बीच सड़कों पर दंगे शुरू हो गए हैं। इस दौरान बैट यम, एकर, तमरा और लॉड में यहूदियों ने अरब समुदाय के लोगों की कारों और दुकानों को जला डाला तो अरब नागरिकों ने यहूदियों के दफ्तरों, होटलों और वाहनों को फूंक डाला। बैट यम में दर्जनों यहूदियों ने मिलकर एक अरब शख्स को लातों से पीटकर मार डाला। पुलिस ने देश भर में 374 दंगाइयों को गिरफ्तार किया है। पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने देश में अराजकता को देखते हुए आपात कैबिनेट बैठक बुलाई और जरूरत के मुताबिक पुलिस को कर्फ्यू लागू के अधिकार दिए।
अंदर-बाहर के शत्रुओं से निपटने में पूरी ताकत झोंकेंगे : नेतन्याहू
इस्राइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने देश में फैली हिंसा को देखते हुए बृहस्पतिवार को कहा है कि दंगा प्रभावित शहरों में पुलिस की मदद के लिए सेना भेजने पर विचार जारी है। उन्होंने हमलों को अराजकता बताते हुए कहा, अरब और यहूदी उपद्रवियों का एक-दूसरे को मारना ठीक नहीं। नेतन्याहू ने कहा, उनकी सरकार इस्राइल को बाहर के दुश्मनों और देश के भीतर के दंगाइयों से बचाने के लिए पूरी ताकत का इस्तेमाल करेगी।
हमास के 10 शीर्ष कट्टरपंथी नेताओं की मौत, गाजा में कई इमारतें जमींदोज
इस्राइली सेना ने दावा किया कि इस्लामी चरमपंथी समूह हमास ने गाजा पट्टी क्षेत्र से बुधवार देर रात तक 1,000 रॉकेट कई शहरों पर दागे हैं। जवाब में किए गए कई हवाई हमलों में 10 शीर्ष कट्टरपंथी नेताओं समेत कई लड़ाके मारे गए हैं।