खसखस के नाम से पहचाने जाने वाले ये दाने आपने शायद किसी पकवान को बनाने में उपयोग भी किए होंगे। पर क्या कभी आपने इन छोटे छोटे दानों में छुपे गुणों को जानने की कोशिश की है। दिखने में छोटे हैं पर सही तरीके से उपयोग किया जाए तो किसी करिश्मे से कम नहीं हैं खसखस (poppy seed) के ये दाने। मिठाइयों का स्वाद बढ़ाने वाली खसखस स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं का समाधान भी है। आइये जानते हैं खसखस के गुणों के बारे में।
ज्यादा प्यास लगने पर
कई बार ऐसा होता है कि बार-बार पानी पीने पर भी प्यास नहीं बुझती। ऐसे समय पर खसखस चुटकियों में आपको गला तर होने का अहसास करवा सकती है। एक छोटे चम्मच खसखस को मुनक्का (raisins) के साथ पीस लीजिए। खसखस की जड़ मिल जाए तो और भी बेहतर। इस पेस्ट को पानी में मिलाकर थोड़ी थोड़ी देर में पी लें। प्यास लगने की समस्या काफी हद तक कम होगी।
उल्टी रोकने के लिए
लगातार उल्टियां हो रही हों तो खसखस का पाउडर और शहद मिला लें। चावल के माढ़ (चावल उबलने के बाद बचा अतिरिक्त पानी) के साथ इस मिश्रण को खा लें। इससे उल्टी से राहत मिलेगी।
त्वचा के लिए
खसखस का पेस्ट चेहरे के लिए भी फायदेमंद है। त्वचा को चमकदार बनाने के लिए खसखस का लेप बनाकर लगाएं और ठंडे पानी से धो लें।
अच्छी नींद के लिए
अगर आप रात में अच्छी नींद न आने से परेशान रहते हैं तो खसखस का पेस्ट आपके लिए लाभदायक साबित हो सकता है। खसखस का पेस्ट बनाएं और रात में दूध के साथ एक चम्मच पेस्ट खा लें। आपको अच्छी नींद आएगी।
खून की कमी होने पर
एनीमिया (anemia) में भी खसखस लाभदायक होता है। एनीमिया यानि खून की कमी होने पर खसखस का सेवन करना फायदेमंद बताया जाता है। इस में ओमेगा 6 फैटी एसिड(omega 6 fatty acids), प्रोटीन और फाइबर भरपूर मात्रा में होते हैं। विटामिन बी, थायमिन, कैल्शियम और मैगनीज (calcium and manganese) भी इसमें भरपूर होते हैं। इसलिए खसखस के सेवन से खून की कमी पूरी होती है।
खसखस को इन तरीकों से इस्तेमाल कर कई रोगों में काफी हद तक आराम हो सकता है। पर समस्या बढ़ने पर डॉक्टर की सलाह लेना ही उचित है।