विधानसभा चुनावों से पहले ही उत्तर प्रदेश में पूरे सूबे को एक बड़ी सौगात बहुत जल्द मिलने वाली है. जो जानकारी मिली है उसके अनुसार प्रदेश के दो नए एयरपोर्ट से अब जल्द ही विमान उड़ानें शुरू होने वाली हैं. शासन से प्राप्त सूत्रों के अनुसार आने वाले 100 दिनों के भीतर ही कुशीनगर एयरपोर्ट से विमानों की आवागमन शुरू होने वाला है. तो वहीं नोएडा स्थित जेवर एयरपोर्ट के लिए 9000 करोड़ रुपये जारी किए जा रहे हैं.
इतने हजार करोड़ रुपये से होगा निर्माण
जेवर एयरपोर्ट के लिए जारी होने वाले 9 हजार करोड़ रुपये से निर्माण कार्य किया जाएगा और बहुत जल्द ही निर्माण काम को पूरा कर यहां से भी उड़ानें शुरू की जाएगी. इसका काम तेजी से किया जा रहा है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार जेवर एयरपोर्ट के निर्माण संबंध में पहले बाउंड्रीवॉल बनाने का काम शुरू होने वाला है. उसके बाद वाईआईएपीएल का ऑफिस और एयर ट्रैफिक कंट्रोल की बिल्डिंग बनाने का काम शुरू हो जाएगा. इसी के साथ ही रनवे बनेगा. इसमें एक रनवे की लम्बाई 4 किमी हो सकती है. पहले फेस में दो रनवे बनाए जाएंगे. हर फेस के निर्माण कार्य के अनुसार यहां टर्मिनल बिल्डिंग, कार्गो, ईंधन फॉर्म, वाहनों की पार्किंग और सार्वजनिक परिवहन केंद्र आदि भी बनाये जाने हैं. इसके साथ ही ज्यूरिख कंपनी यहां पर इनफार्मेशन सेंटर भी बनाने वाली है.
जेवर एयरपोर्ट के मास्टर प्लान के अनुसार एयरपोर्ट में दाखिल होने और बाहर निकलने के लिए बनाए जाने वाले एंट्री और एग्जिट गेट एक ही दिशा में बनाए जाएंगे. यह गेट गांव दयानतपुर की ओर बनाए जाएंगे. यह देश का पहला एयरपोर्ट होगा. जिसमें एंट्री और एग्जिट गेट एक ही तरफ किये जाएंगे. जबकि आमतौर पर एयरपोर्ट के एंट्री और एग्जिट गेट अलग-अलग रखे जाते हैं.
बढ़ी कुशीनगर एयरपोर्ट लाइसेंस की अवधि
बता दें कि कुशीनगर एयरपोर्ट के लाइसेंस की अवधि को कुछ समय पहले ही डेढ़ साल के लिए और बढ़ाया गया था. पूर्व में मिला लाइसेंस 21 अगस्त को खत्म होने वाला था. जिसके बाद नागर विमानन महानिदेशालय ने इसे 18 महीने के लिए और भी अधिक बढ़ा दिया है. अब ये प्रदेश का तीसरे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लाइसेंस वाला एयरपोर्ट होगा. इसी के साथ ही प्रदेश के सबसे बड़े रनवे वाला हवाईअड्डा भी है.