उत्तर प्रदेश में कानपुर के बेकनगंज क्षेत्र में शुक्रवार को दो पक्षों के बीच हुई पत्थरबाजी के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। हिंसा के मुख्य आरोपी जफर हयात हाशमी को एसटीएफ ने लखनऊ से गिरफ्तार किया है। हाशमी और अन्य नेताओं ने ही बीजेपी नेत्री नूपुर शर्मा के पैंगबर मोहम्मद को लेकर दिए बयान के खिलाफ जुलूस निकाला था। इस बीच दो समुदाय के लोग भिड़े और यह पूरा वाकया सामने आया। इस घटना में आधा दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हैं। वहीं इस हिंसा में कई बाईक, कार और स्कूटी को भी नुकसान पहुंचाया गया।
रिपोर्टस की मानें तो मास्टरमाइंट हयात जफर हाशमी बीते कुछ सालों में कई सम्पत्ति अर्जित कर चुका है। वह घर में राशन कंट्रोल चलाता है। इससे पहले हाशमी ने मकान खाली करवाने के लिए अपनी बहन और मां को उकसा कर कानपुर डीएम कार्यालय में आग लगवाई थी। इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई थी। हयात जफर हाशमी सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा सक्रिय है और वह पहले भी कई बार लोगों को उकसा कर उपद्रव करवा चुका है। वह सीएए और एनआरसी प्रदर्शन के दौरान भी काफी सक्रिय रहा था।
अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि जिले में हिंसा फैलाने वाले 18 लोगों को चिन्हित कर गिरफ्तार कर लिया गया है। पर्याप्त मात्रा में वीडियो फुटेज पुलिस काे प्राप्त हुये हैं जिसके आधार पर शरारती तत्वों को गिरफ्तार किया गया है जबकि कुछ अन्य की तलाश की जा रही है। घटना में शामिल लोगों के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
उन्होने बताया कि बेकनगंज थाना क्षेत्र के नई सड़क इलाके में जुमे की नामाज के बाद कुछ लोगों ने दुकानों को बंद कराने का प्रयास किया और विरोध करने पर पथराव कर दिया। जवाब में दूसरे पक्ष के लोगों ने भी पथराव किया। सूचना पर पुलिस ने आवाश्यक बल प्रयोग कर हालात को काबू में कर लिया। कुमार ने बताया कि कानपुर की घटना को शासन ने गंभीरता से लिया है और शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिये अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गया है। उन्होंने लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने में और उपद्रवियों को पहचानने में प्रशासन की मदद करने की अपील की है।