संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के तहत कांगो (Congo) में तैनात सीमा सुरक्षा बल Border Security Force (BSF) के दो जवानों की मंगलवार को हिंसक प्रदर्शन (Anti-UN Violent Protests) के दौरान मौत हो गई। उनकी इस शहीदी को लेकर बल के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। विदेश मंत्री एस. जयशंकर (External Affairs Minister S. Jaishankar) ने सैनिकों की मौत पर दुख जताते हुए शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है ।
इस संबंध में एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि राजस्थान के रहने वाले दोनों बीएसएफ कर्मी हेड कांस्टेबल थे। अंतरराष्ट्रीय मीडिया के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र मिशन के खिलाफ कांगो के पूर्वी शहर गोमा में हुए प्रदर्शन के दूसरे दिन कम से कम पांच लोग मारे गए और लगभग 50 अन्य घायल हो गए। बल के एक प्रवक्ता ने कहा, ’26 जुलाई को, कांगो के बुटेम्बो में तैनात संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षक दल में शामिल बीएसएफ के दो कर्मियों ने हिंसक सशस्त्र विरोध के दौरान घायल होने के बाद दम तोड़ दिया।
’अधिकारियों के मुताबिक, 70 से 74 बीएसएफ जवानों की दो पलटन इलाके में तैनात थी। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘कांगो में बीएसएफ के दो बहादुर भारतीय शांति सैनिकों की मौत पर गहरा दुख हुआ। वे संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन का हिस्सा थे। इन आक्रोशपूर्ण हमलों के अपराधियों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए और उन्हें न्याय के कठघरे में खड़ा किया जाना चाहिए।’
बल के प्रवक्ता ने कहा कि स्थानीय लोगों ने पूरे कांगो में मोनुस्को के खिलाफ प्रदर्शन और आंदोलन का आह्वान किया था और गोमा (बेनी से लगभग 350 किमी दक्षिण और एक बड़ा मोनुस्को बेस) में स्थिति हिंसक हो गई थी और प्रदर्शनकारियों ने संयुक्त राष्ट्र की संपत्ति को लूट लिया और आग लगा दी।
दूसरी ओर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के उप प्रवक्ता, फरहान हक ने प्रेस वार्ता में कहा कि कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के खिलाफ हिंसा बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से, एक शांति सैनिक और दो संयुक्त राष्ट्र पुलिस कर्मी मारे गए और एक अन्य घायल हो गया। हम अपने सहयोगियों की हत्या की निंदा करते हैं और उनके परिवारों व सहयोगियों के प्रति गहरी सहानुभूति व्यक्त करते हैं।