कर्नाटक सरकार की ओर से रेप पीड़िता के परिवार को मुआवजा देने को लेकर कांग्रेस के एक नेता ने विवाद खड़ा कर दिया है. कुछ दिन पहले राज्य के मांड्या जिले में एक नाबालिग की उसके 51 वर्षीय ट्यूशन टीचर ने बलात्कार करने के बाद हत्या कर दी थी. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने गत रविवार को रेप विक्टिम के परिजनों को 10 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की थी. अब कांग्रेस नेता बेलूर गोपालकृष्ण ने आरोप लगाया कि बोम्मई सरकार एक असफल प्रशासन है, जो भाजपा कार्यकर्ता प्रवीण नेट्टारू के परिवार को 25 लाख मुआवजा और सरकारी नौकरी देती है, जबकि बलात्कार की शिकार 10 वर्षीय बच्ची की हत्या होती है और उसके परिवार को केवल 10 लाख रुपये का मुआवजा मिलता है.
कांग्रेस नेता बेलूर गोपालकृष्ण ने इस मामले को धर्म से जोड़ते हुए कहा, ‘जब एक मुसलमान एक हिंदू को मारता है, तो पीड़ित पक्ष को 25 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाता है, लेकिन जब एक हिंदू एक हिंदू का बलात्कार और हत्या करता है, तो मुआवजे की राशि घटकर 5 या 10 लाख रुपए हो जाती है. यह सरकार प्रशासन में विफल रही है. मनमाने ढंग से मुआवजा दे रही है. जब प्रवीण की हत्या हुई थी, तब सरकार ने उनके परिवार को 25 लाख रुपये का मुआवजा और सरकारी नौकरी दी थी. हर्ष की मृत्यु हुई थी तो उसके परिवार को 25 लाख का मुआवजा दिया गया, लेकिन हाल ही में मांड्या मामले के लिए सिर्फ 10 लाख दिया गया था.
’बूलर गोपालकृष्ण वही नेता हैं, जिन्होंने फरवरी 2019 में प्रधानमंत्री मोदी को लेकर विवादित बयान दिया था. अलीगढ़ में 31 जनवरी, 2019 को हिंदू महासभा की नेता पूजा शकुन पांडे द्वारा नाथूराम गोडसे को महात्मा गांधी की हत्या करने के लिए महिमामंडित किया गया था. बापू की पुण्य तिथि पर पूजा शकुन पांडे ने महात्मा गांधी के पुतले पर खिलौना पिस्टल से गोली मारी थी. इसके विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने 4 फरवरी, 2019 को एक कार्यक्रम का आयोजन किया था. इसी कार्यक्रम में भाषण देते हुए गोपालकृष्ण ने कहा था, ‘मित्रों ये लोग जो आज गोडसे के समर्थन में बोल रहे हैं वे देश में रहने के भी काबिल नहीं हैं. वे इस देश के लोकतंत्र की हत्या करने की तरफ बढ़ेंगे. यदि तुम्हारे पास (धुर दक्षिणपंथी) साहस है तो किसी और को नहीं, तुम अपने मोदी को गोली मार दो, मुझे खुशी होगी.’