Breaking News

‘आईटम’ से लेकर ‘टंच माल’ जैसी टिप्पणी महिलाओं पर कर चुके हैं ये दिग्गज नेता, जानें वो 7 आपत्तिजनक बयान

राजनीति (Politics) में एक-दूसरे को शह-मात देने के लिए पार्टियां हर पैंतरे आजमाती हैं. वो चाहे जुबानी कोशिश हो या फिर कोई और तरीका, लेकिन जनता के दिल में अपनी छाप छोड़ने के लिए राजीतिक दल एक भी मौका अपने हाथ से नहीं जाने देते हैं. लेकिन इस बीच कई बार कुछ दिग्गज नेता ऐसा बोल जाते हैं, जिससे बड़ा बवाल खड़ा हो जाता है. हाल ही में कुछ ऐसी ही बयानबाजी मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने की है. दरअसल एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने पूर्व मंत्री इमरती देवी (Imrati Devi on Kamal Nath) पर आपत्तिजनक बयान दे दिया है.

कमलनाथ की ओर से की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद, तो राजनीति में जैसे तूफान आ गया है. उनके इस बयान की चारो तरफ निंदा की जा रही है. बता दें कि जनसभा को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा कि, ”सुरेश राजे जी हमारे उम्मीदवार हैं. सरल स्वभाव के भोले-भाले व्यक्ति हैं. ये उनके जैसे नहीं है. क्या है उसका नाम?” कमलनाथ का ये बयान सुनने के बाद जनता के बीच से किसी ने कहा, इमरती देवी. Imrati Devi on Kamal Nathइस पर पूर्व सीएम साहब ने कहा कि, ”मैं क्या उसका नाम लूं, आप तो मुझसे ज्यादा उसको पहचानते हैं. आप लोगों को पहले ही उससे मुझे सावधान करना चाहिए था…ये क्या आइटम है….ये क्या आइटम है.”

हालांकि नेताओं की तरफ से महिलाओं को लेकर किया गया इस तरह का पहला बयान या फिर मामला नहीं है. ऐसे कई मौके आए जब कुछ नामचीन नेताओं ने किसी महिला पर इस तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी की. आखिर कौन से हैं वो नेता, चलिए आपको भी उनसे रूबरू करवाते हैं.

दरअसल साल 2018 की बात है, जब राजस्थान में एक रैली को संबोधित करते हुए शरद यादव की जुबान आउट ऑफ कंट्रोल हो गई थी. उन्होंने वसुंधरा को लेकर अजीबो-गरीब टिप्पणी की थी. शरद यादव ने कहा था कि, ‘वसुंधरा को आराम दो, बहुत थक गई हैं. काफी ज्यादा मोटी भी हो गई हैं,Sharad on Vasundharaहालांकि पहले तो पतली थीं. हमारे मध्य प्रदेश की बेटी हैं.’ शरद के इस बयानबाजी के बाद वसंधुरा राजे ने आपत्ति भी जताई थी और उन्होंने कहा था कि वो खुद को अपमानित महसूस कर रही हैं.

इसके साथ ही बात करते हैं पूर्व सांसद नरेश अग्रवाल की, जिन्होंने सांसद जया बच्चन को लेकर अपनी मर्यादा ही पार कर दी थी.Naresh Aggarwal on Jaya Bachchanउन्होंने एक्ट्रेस को फिल्मों में नाचने वाली का नाम दे दिया था.

इसके बाद बात करते हैं साल 2018 की, जब संसद में पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के एक बयान पर कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी काफी तेजी से हंस पड़ी थीं. उन्हें इस तरह से हंसते हुए देख सभापति वेंकैया नायडू ने काफी नाराजगी जताई.Modi on Renuka Chaudharyजिसके बाद बीच में ही पीएम मोदी ने नायडू को टोकते हुए कहा कि, सभापति जी, आप रेणुका जी को कुछ न कहिए, रामायण सीरियल के बाद ऐसी हंसी अब सुनाई दी है. इस बयान के जरिए पीएम मोदी (PM Modi) ने रेणुका चौधरी की हंसी को राक्षसी बताया था. जिस पर रेणुका ने आपत्ति भी जताई थी.

बात करते हैं साल 2012 की, जब टीवी पर हो रही बहस के दौरान कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने बीजेपी से मंत्री स्मृति ईरानी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी,Smriti Irani on Sanjay Nirupamउन्होंने कहा था कि, “कल तक आप पैसों के लिए ठुमके लगा रही थीं और आज आप राजनीति सिखा रही हैं.”

इतना ही नहीं साल 2012 में पीएम नरेंद्र मोदी ने एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस सांसद शशि थरूर की पत्नी सुनंदा थरूर को लेकर अजीब बयान दिया था. मोदी ने कहा था कि, ”वाह क्या गर्लफ़्रेंड है. क्या आपने कभी 50 करोड़ की गर्लफ़्रेंड देखी है?”PM Modi on shashi wifeमोदी के इस अभद्र बयान पर करारा जवाब देते हुए शशि थरूर ने कहा था कि, “मोदी जी मेरी पत्नी 50 करोड़ की नहीं बल्कि अनमोल है, फिर भी आप को ये बातें समझ में नहीं आएंगी क्योंकि आप किसी के प्यार के लायक ही नहीं हैं.”

यही नहीं साल 2013 की बात है, जब मध्य प्रदेश के मंदसौर में एक चुनावी रैली में भाषण देने के समय कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने अपनी ही पार्टी की सांसद मीनाक्षी नटराजन (MP Meenakshi Natarajan) को लेकर अभद्र बयान दिया था. उन्होंनो मीनाक्षी को 100 टंच माल कह दिया था. इस बयान के बाद दिग्विजय की जमकर फजीहत हुई थी.Meenakshi Natarajanजिसके बाद फिर दिग्विजय सिंह ने अपने बयान में कहा था कि, ‘मीनाक्षी नटराजन जी आप तो लोकसभा की सदस्य हैं. गांधीवादी हैं, सरल हैं, ईमानदार हैं, सबके पास जाती हैं. 40-42 साल का एक्सपीरियंस मुझे भी है. क्योंकि एक पुराने जौहरी में मैं भी आता हूं. नेताओं को बहुत जल्दी ही पता चल जाता है कि कौन फर्जी है और कौन सही है. इन्हें पूरा सपोर्ट करिए.’

इसके बाद साल 1997 की बात है, जब शरद यादव ने जून के महीने में संसद में महिला आरक्षण बिल को लेकर बहस में कुछ अलग ही राग अलापा था. उन्होंने कहा था कि, “इस बिल से केवल परकटी महिलाओं को ही लाभ मिलेगा. परकटी शहरी महिलाएं हमारा (ग्रामीण महिलाओं) प्रतिनिधित्व कैसे करेंगी.” इस बयान के बाद शरद यादव को लोगों ने खूब खरी खोटी सुनाई थी.