शिवसेना अपने बागी सांसदों के खिलाफ लोकसभा स्पीकर के पास पहुंच गई है। शिवसेना नेता सांजय राउत ने गुरुवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात कर एकनाथ शिंदे गुट के 12 बागी सदस्यों को अयोग्य घोषित करने की मांग की है। शिंदे गुट में शामिल होने वाले शिवसेना के 12 सांसदों ने राहुल शेवाले को अपना नेता और पांच बार की सदस्य भावना गवली को पार्टी का मुख्य चीफ व्हीप घोषित किया था।
शिवसेना संसदीय दल के नेता राउत ने स्पीकर से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा, मैंने शिवसेना के 12 बागी लोकसभा सदस्यों को अयोग्य घोषित करने की मांग की है। बता दें कि स्पीकर ने लोकसभा में शेवाले को शिवसेना नेता के तौर पर मान्यता दी थी। शेवाले ने जोर देकर कहा था कि 12 सदस्यों ने लोकसभा में एक ग्रुप नहीं बनाया था, बल्कि विनायक राउत को सदन में उनके नेता के रूप में बदल दिया था।
विनायक राउत लोकसभा में पार्टी के नेता
2019 के लोकसभा चुनाव के बाद शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने विनायक राउत को लोकसभा में पार्टी का नेता नियुक्त किया था। संजय राउत को राज्यसभा में नेता और साथ ही दोनों सदनों में सदस्यों वाले शिवसेना संसदीय दल के नेता के रूप में नियुक्त किया गया था। बागी सांसदों में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे भी शामिल हैं।
ठाकरे बीजेपी को बता चुके हैं जिम्मेदार
पार्टी में फूट पर बात करते हुए उद्धव ठाकरे ने पिछले मंगलवार को एक मीटिंग के दौरान कहा कि शिवसेना में विभाजन की स्थिति बागियों के चलते नहीं बल्कि भाजपा की वजह से पैदा हुई है। यही नहीं उन्होंने कहा कि आप लोग चाहे जितने तीर लेकर भाग जाएं, यह याद रखना कि मेरे पास धनुष है। एकनाथ शिंदे गुट की वजह से शिवसेना में पार्टी सिंबल उन्होंने कहा कि ठाकरे संकट से नहीं डरते। ठाकरे ने संकल्प व्यक्त किया कि चाहे कितने ही संकट आ जाएं, हम लड़ेंगे और नए सिरे से पार्टी का निर्माण करेंगे।