देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल(Ajit Doval) आज दिल्ली में अपने रूसी समकक्ष निकोलाई पेत्रुशेव से मुलाकात करेंगे। यह बैठक अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने से उपजी तनावपूर्ण स्थितियों के बीच होने जा रही है। अजीत डोभाल ने पिछले महीने 31 अगस्त को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए राष्ट्रीय सुरक्षा के जिम्मेदार ब्रिक्स देशों के प्रतिनिधियों की 11वीं बैठक की मेजबानी की थी। इस बैठक में उनके रूसी समकक्ष भी मौजूद रहे। उस बैठक में भारत ने सीमा पार आतंकवाद और समूहों की गतिविधियों का मुद्दा उठाया था। भारत ने कहा कि शांति और सुरक्षा के लिए खतरा बने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी समूह राज्य समर्थन का लाभ उठाते हैं।
दोनों शीर्ष अधिकारियों के बीच अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे से क्षेत्रीय सुरक्षा पर असर के अलावा वैश्विक भूराजनीतिक हालात पर भी चर्चा होने की संभावना। बीते 24 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन के बीच अफगानिस्तान पर वार्ता हुई थी। डोवाल और पेत्रुशेव की मुलाकात को शीर्ष नेताओं की वार्ता के अगले क्रम के रूप में देखा जा रहा है।
रूस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार निकोले पेत्रुशेव उच्च-स्तरीय चर्चा के लिए भारत दौरे पर हैं। अपने समकक्ष अजीत डोभाल के अलावा पत्रुशेव के विदेश मंत्री एस जयशंकर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिलने की उम्मीद हैष इससे पहले अप्रैल में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने दिल्ली का दौरा किया था लेकिन प्रधानमंत्री से मुलाकात नहीं की थी। रूस सुरक्षा परिषद के सचिव जनरल निकोलाई पात्रुशेव भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल के निमंत्रण पर भारत आ रहे हैंष साउथ ब्लॉक में इस यात्रा को मास्को से एक संकेत के रूप में देखा जा रहा है, जो तालिबान के सत्ता में आने और अमेरिका द्वारा अराजक निकास पूरा करने के बाद अफगानिस्तान की स्थिति में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभरा है।