भारतीय जनता पार्टी (BJP) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के जन्मदिन के उपलक्ष्य में पूरे 15 दिन चलने वाले ‘‘सेवा’’ अभियान के तहत सभी जिलों में ‘अनेकता में एकता’ उत्सवों का आयोजन करेगी। ये अभियान 17 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के मौके पर शुरू होगा और दो अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Father of the Nation Mahatma GandhiFather of the Nation Mahatma Gandhi) की जयंती पर समाप्त होगा। भाजपा ने अभियान की निगरानी के लिए अपने महासचिव अरुण सिंह के नेतृत्व में आठ सदस्यीय केंद्रीय समिति का गठन किया है। अभियान के तहत रक्तदान शिविर, जल संरक्षण (water conservation) पर जागरूकता कार्यक्रम और स्वच्छता अभियान जैसी गतिविधियां शामिल होंगी।
‘सेवा दिवस’ के तौर पर BJP मनाती है पीएम का जन्मदिन
भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) पिछले कुछ सालों से देशभर में एक पखवाड़े के लिए कल्याणकारी गतिविधियों का आयोजन कर प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन को ‘सेवा दिवस’ के रूप में मनाती आई है। सिंह ने पार्टी की राज्य इकाई को लिखे पत्र में अभियान के विभिन्न मुद्दों पर निर्देश दिए हैं। पत्र के अनुसार, जिलों में भाजपा कार्यकर्ता ‘‘अनेकता में एकता’’ उत्सव आयोजित करेंगे और जनता के बीच ‘‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’’ का संदेश भेजेंगे। सभी राज्य इकाइयों को सभी गतिविधियों को प्रधानमंत्री के ‘नमो ऐप’ पर अपडेट करने के लिए कहा गया है और इस उत्सव के आयोजन के लिए पांच सर्वश्रेष्ठ राज्य इकाइयों को सम्मानित किया जाएगा।
अभियान में दी जाएंगी कल्याणकारी सुविधाएं
बीजेपी ने वृक्षारोपण अभियान, स्वच्छता अभियान और जल संरक्षण (Sanitation Campaign and Water Conservation) के लिए जागरूकता अभियान, दिव्यांग व्यक्तियों के बीच उपकरण वितरण, स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने और मुफ्त स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित करने के निर्देश भी जारी किए हैं। अभियान के तहत भाजपा कार्यकर्ताओं और आम लोगों को दो अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती पर खादी और स्थानीय उत्पादों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
मोदी के जन्मदिन पर पिछले साल बनाया था बड़ा रिकार्ड
बता दें कि पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान को बड़ा प्रोत्साहन देते हुए कोविड-19 टीके की 2.50 करोड़ से अधिक खुराक देकर एक रिकॉर्ड बनाया गया था। तब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने इसे विश्व इतिहास का सुनहरा अध्याय बताया था।