अंतरराष्ट्रीय रसायनिक हथियारों के वॉचडॉग के प्रमुख ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया कि इसके विशेषज्ञों ने सीरिया के खिलाफ लगाए गए 77 आरोपों की पड़ताल की। इसमें ऐसे 17 मामले सामने आए जिसमें सीरिया द्वारा रसायनिक हथियारों के इस्तेमाल की बात है। फर्नांडो एरियास ( Fernando Arias) ने इसे परेशान करने वाला हकीकत करार दिया और कहा कि 8 साल बाद सीरिया रसायनिक हथियारों के कंवेंशन में शामिल हुआ। यह ऐसे हथियारों के विकसित किए जाने और इस्तेमाल पर रोक लगाता है।
इससे पहले मार्च में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत ने रासायनिक हथियारों के कथित उपयोग की एक उद्देश्यपूर्ण जांच के लिए आह्वान किया था। भारत ने कहा था कि सीरिया में आतंकियों की बढ़ती गतिविधियों के मद्देनजर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को विनाशकारी रसायनिक हथियारों के खतरे को लेकर सचेत रहना होगा। साथ ही भारत ने सीरिया में किसी भी किस्म के रासायनिक हथियारों के कथित इस्तेमाल की निष्पक्ष जांच की भी मांग की। यूएन कंवेंशन की कार्यकारी संस्था OPCW के करीब 193 सदस्य देश हैं। यह संस्था दुनिया को रसायनिक हथियारों से मुक्त करने के लिए प्रयासों में जुटा है। वर्ष 1997 में गठित यह संस्था अ तक 98 फीसद से अधिक रसायनिक हथियारों को नष्ट कर चुकी है।