विदेशों से मिले सकारात्मक संकेतों के बीच मजबूत निवेश धारणा के दम पर घरेलू शेयर बाजारों में लगातार छठे दिन तेजी देखी गई और ढाई महीने बाद बीएसई सेंसेक्स 34 हजार अंक के पार तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 10 हजार अंक पर पर पहुँचने में कामयाब रहा।
बैंकिंग और वित्तीय कंपनियों में लिवाली से सेंसेक्स 284.01 अंक यानी 0.84 प्रतिशत चढ़कर 34,109.54 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 82.45 अंक अर्थात् 0.83 फीसदी की बढ़त में 10,061.55 अंक पर बंद हुआ। दोनों प्रमुख सूचकांकों का यह 11 मार्च के बाद का उच्चतम स्तर है। सात सप्ताह से अधिक के अंतराल के बाद पहली बार सेंसेक्स 34 हजार अंक और निफ्टी 10 हजार अंक के पार बंद हुआ है। मझौली और छोटी कंपनियों में भी निवेशकों ने खूब विश्वास दिखाया। बीएसई का मिडकैप 0.31 प्रतिशत चढ़कर 12,340.65 अंक पर और स्मॉलकैप 1.24 फीसदी की मजबूती के साथ 11,570.65 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर करीब पाँच फीसदी चढ़े। कोटक महिंद्रा बैंक, बजाज फाइनेंस और भारतीय स्टेट बैंक में भी ढाई से तीन प्रतिशत तक की तेजी रही। एनटीपीसी के शेयर दो फीसदी से अधिक टूट गए। रियलिटी समूह के सूचकांक में सबसे अधिक तीन प्रतिशत की तेजी रही। बैंकिंग, वित्त, पूँजीगत वस्तुओं और तेल एवं गैस समूहों के सूचकांकों में भी डेढ़ से दो फीसदी की मजबूती देखी गई।
विदेशों में अधिकतर प्रमुख शेयर बाजार हरे निशान में रहे। एशिया में दक्षिण कोरिया का कोस्पी 2.87 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंग 1.37 प्रतिशत, जापान का निक्की 1.29 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.07 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ। यूरोप में शुरुआती कारोबार में जर्मनी का डैक्स 2.20 प्रतिशत और ब्रिटेन का एफटीएसई 1.42 फीसदी मजबूत हुआ।