सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए पंजाब पुलिस एड़ी चोटी का जोर लगा रही है. इसी बीच एक बड़ा खुलासा हुआ है कि मूसेवाला को गैंगस्टरों से बीते 3 साल में 23 बार धमकियां मिली थीं. उन्हें बिश्नोई गैंग, गुरलाल गैंग, सुक्खा काहलवां से जुड़े गुर्गों और गोल्डी गैंग से धमकियां मिलती रही हैं. पुलिस को जांच के दौरान करीब 21 सीसीटीवी फुटेज मिले हैं.
आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि वारदात को अंजाम देने के लिए 4 तरह के हथियारों का इस्तेमाल किया गया था और हमलावरों ने 37 राउंड फायर किए थे. मीडिया में जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने 9 टावरों से करीब 90 हजार कॉल्स का उंप डाटा उठाया है. इनमें से 7 हजार कॉल्स की बारीकी से छानबीन की जा रही है. साइबर सेल का एक बड़ा अमला इस काम के लिए तैनात किया गया है.
दिल्ली क्राइम ब्रांच के साथ भी पंजाब पुलिस लगातार संपर्क बनाए हुए है. पंजाब पुलिस आज तिहाड़ में बंद गैंगस्टर शाहरुख से पूछताछ कर सकती है. सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक पुलिस को अंदेशा है कि हमलावर वाहन छोड़ कर हरियाणा के रास्ते राजस्थान भागे होंगे. अभी तक पुलिस ने गैंगस्टर लॉरेंस, गुरलाल और गोल्डी बराड़ से जुड़े करीब एक दर्जन से ज्यादा लोगों से हिरासत में लेकर पूछताछ की है.
देहरादून से गिरफ्तार किए गए पांच लोग!
पुलिस सूत्रों ने बताया कि देहरादून से पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्हें शिमला बाईपास इलाके से उठाकर पंजाब लाया गया है. सूत्रों ने कहा कि उनमें से केवल एक संदेह के घेरे में है जिसकी पहचान मनप्रीत धाइपेई उर्फ मन्ना के रूप में हुई है. उसका आपराधिक रिकॉर्ड था. हालांकि वह जघन्य प्रकृति का नहीं था. सूत्रों ने कहा कि मन्ना धाइपेई गांव का रहने वाला था जो जवाहरके के पास स्थित है. उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार नहीं किया गया है.
कई जगह हुई छापेमारी
पुलिस को पता चला कि हमलावरों ने अपराध में इस्तेमाल की गई बोलेरो गाड़ी पर दूसरी कार की नंबर प्लेट का इस्तेमाल किया था. सूत्रों ने कहा कि पुलिस कुछ लोगों की भूमिका की भी जांच कर रही है, जो रविवार को मनसा के एक ढाबे से मिले सीसीटीवी फुटेज में देखे गए थे. पुलिस ने बीती शाम मूसेवाला की हत्या करने वाले आठ हमलावरों की तलाश में बठिंडा और हरियाणा और राजस्थान के आसपास के जिलों में भी छापेमारी की है.