टाइगर स्टेट कहे जाने वाले मध्यप्रदेश में फिर एक बाघ शिकारियों का शिकार हो गया है. सतना जिले के रक्सेलवा गांव के जंगल में शिकारियों ने बाघ की खाल खींचकर उसके शव को नजदीक के तालाब में फेंक दिया. बाघ का नाम हीरा था. हैरानी की बात है कि रेडियो कॉलर लगा होने के बावजूद वन विभाग उसकी ट्रेसिंग नहीं कर पाया था. वन अधिकारियों को मौके से कॉलर आईडी भी मिला है. आपको बता दें कि हीरा और पन्ना नाम के बाघ की जोड़ी काफी मशहूर थी. शिकार की खबर लगते ही वन विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए. शक के आधार पर वन विभाग ने 3 लोगों को हिरासत में लिया है और बाघ के अस्थि-पिंजर का जंगल में ही अंतिम संस्कार किया गया है.
आपको बता दें कि वन विभाग को सूचना मिली थी कि एक मृत बाघ का शव तालाब में पड़ा हुआ है. इसके बाद जब वन विभाग की टीम पहुंची तो पाया कि वहां पर बाघ के शरीर से खाल गायब थी. रेडियो कॉलर भी वहीं टूटा पड़ा हुआ था, जिसके आधार पर मृत बाघ की पहचान हीरा के तौर पर हुई. जानकारी में सामने आया कि हीरा की लोकेशन 13 अक्टूबर के बाद से ही नहीं मिल रही थी और तभी से उसकी खोजबीन जारी थी. आखिरकार सोमवार सुबह हीरा का शव मिला. शिकारियों ने बड़ी बेरहमी से उसकी खाल तक निकाल ली थी. वन विभाग को शक है कि करंट लगाकर पहले बाघ को मारा और फिर उसकी खाल उतारी है. रीवा संभाग के सीसीएफ एके सिंह ने कहा कि शुरुआती तौर पर तो दिख रहा है कि बाघ का शिकार हुआ है. बाकी इंवेस्टिगेशन अभी चल रहा है. अभी तो शंका के आधार पर 3 लोगों को पकड़ा है. पन्ना टाइगर रिजर्व में हीरा और पन्ना नाम से बाघों की मशहूर जोड़ी थी जो पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र थी. दोनों अक्सर साथ में ही टाइगर रिजर्व में पर्यटकों को दिखते थे.