उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम ने न सिर्फ यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित की है बल्कि वाहनों की रियल टाइम मॉनिटरिंग की भी व्यवस्था की है। बसों में इंस्टॉल किया गया नया एंड्रॉइड-आधारित इलेक्ट्रॉनिक टिकट सिस्टम यात्रियों को बिना परेशानी के परिवहन सुविधा की सेवाएं हासिल करने में मदद करेगा। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, राज्य सरकार नागरिकों को निर्बाध परिवहन सुविधा प्रदान करने के लिए टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल का सहारा ले रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा जारी निर्देशों के मुताबिक, राज्य परिवहन विभाग नागरिकों के लाभ के लिए सेवाओं के डिजिटलीकरण की दिशा में प्रयासरत है।
रोडवेज बस के किसी चालक ने यदि अनियंत्रित ढंग से बस चलाई तो सीधा कंट्रोल रूम में अलार्म बजेगा। परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने सभी रोडवेज बसों में पैनिक बटन लगाने को कहा है। उन्होंने बताया कि बस में सवार यात्री किसी भी आपातकाल में इस बटन का इस्तेमाल कर सकेंगे।
परिवहन मंत्री के मुताबिक पैनिक बटन दबाते ही निकटतम पुलिस स्टेशन को सूचना मिल जाएगी और तुरंत सहायता उपलब्ध हो सकेगी। यदि बस अपने निर्धारित मार्ग से अलग सड़क पर जाती है तो उसकी सूचना भी कंट्रोल रूम को मिल जाएगी। बस स्टेशन पर यात्रियों को बस के बारे में यह सूचना भी मिल जाएगी कि कौन सी बस कितनी देर में बस स्टेशन पर पहुंचने वाली है।
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक संजय कुमार के अनुसार एंड्रायड आधारित टिकटिंग मशीन के जरिए परिवहन उपक्रम की बसों का अपडेटेड डाटा हासिल हो रहा है। इसके अलावा यात्रियों की संख्या और टिकटों की बिक्री से हासिल राजस्व सहित रियल टाइम जानकारी भी मुख्यालय को नियमित रूप से उपलब्ध कराई जा रही है। कुमार ने आगे बताया कि उत्तर प्रदेश परिवहन निगम का यह कदम महत्वपूर्ण है क्योंकि यह डिजिटल तरीके से नागरिकों को परिवहन संबंधी सेवाएं प्रदान करने की दिशा में पहला कदम है।
उन्होंने कहा कि जहां यात्रियों को डिजीटल परिवहन सेवाओं का फायदा मिलेगा, वहीं परिवहन उपक्रम के संचालकों और कर्मचारियों को भी लाभ होगा। कुमार ने कहा कि सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार के अलावा, डिजिटल होने के कदम ने परिवहन उपक्रम के दिन-प्रतिदिन के संचालन को और अधिक पारदर्शी बना दिया है।
संजय कुमार ने 5 बसों में एंटी स्लीप डिवाइस (नींद रोधी उपकरण) लगाने के निर्देश भी दिए हैं। सोशल मीडिया ट्विटर पर एक ट्वीट में लिखा है, “आज 09.11.22 को उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक संजय कुमार ने 5 बसों में नींद रोधी उपकरण लगाने के निर्देश दिए।’
एक अन्य महत्वपूर्ण कदम में यूपी रोडवेज की सामान्य श्रेणी की बसों में सीटों के आरक्षण की सुविधा भी 15 नवंबर से शुरू हो रही है। इस समय रोडवेज की जनरथ, वोल्वो और एसी बसों में ही ऑनलाइन बुकिंग हो रही है। अब इसे साधारण बसों में शुरू करने की तैयारी है। इसके लिए रोडवेज के आधे से ज्यादा क्षेत्रों में डाटा फीड भी कर लिया गया है। सीट बुकिंग होने के बाद अगर बस रद्द हो गई तो इसकी सूचना तत्काल यात्री के मोबाइल नंबर पर आ जाएगी और पैसा भी लौटा दिया जाएगा।