चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र में तबाही का मंजर छोड़ गया जहां कम से कम 22 लोग घायल हो गए और 940 गांवों में बिजली की आपूर्ति को नुकसान पहुंचा तथा समुद्र के पास निचले इलाकों में बाढ़ आ गई। तबाही के इस मंजर के बीच एक सुखदायक खबर सामने आई है। गुजरात के बरदा डूंगर में ऐसे ही एक मामले में केवल चार दिन पहले एक बच्चे को जन्म देने वाली मां को राज्य की पुलिस ने जहां सुरक्षित जगह पर भेजा वहीं एक महिला पुलिस कर्मी को उस नवजात शिशु को अपने हाथों में संभालकर ले जाते देखा गया। इस दौरान महिला पुलिस मुलाजिम ने सावधानी से कदम रखे और बड़ी ही सतर्कता से बच्चे को सुरक्षित वाहन तक पहुंचाया।
गुजरात के वन और पर्यावरण मंत्री मुलु अयर बेरा ने एक स्थानीय न्यूज चैनल में चलाए गए इस घटना के एक वीडियो को ट्वीट किया। इस वीडियो में एक महिला पुलिसकर्मी को एक नवजात शिशु को गोद में लिए हुए दिखाया गया है, जबकि बच्चे की मां और कई अन्य महिलाओं को उनके साथ सुरक्षित जगह पर जाते देखा जा सकता है। राहत आयुक्त आलोक पांडे ने बताया कि बिपरजॉय के असर से 115 से 125 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने के कारण कच्छ और सौराष्ट्र के 900 गांवों में 20 बिजली के खंभे और 524 पेड़ गिरे हैं। वहीं 23 पशुओं की मौत हुई है। द्वारका में सबसे अधिक 23 पेड़ गिरे हैं और अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। उन्होंने बताया कि कच्छ क्षेत्र अभी भी बिपरजॉय के कहर से जूझ रहा है और यहां शुक्रवार की सुबह तेज हवाएं और बारिश होती रही। भारत मौसम विभाग के निदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि चक्रवात बिपरजॉय उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ा और गुजरात के जखाऊ बंदरगाह के करीब सौराष्ट्र-कच्छ से सटे पाकिस्तान के तट को पार कर गया। बाद में यह बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान से गंभीर चक्रवाती तूफान की श्रेणी में बदल गया।