नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला एक बार फिर से मुसीबत में फंसते दिख रहे हैं। आधिकारिक सूत्रों ने आज शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक को जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय ने अगले हफ्ते 31 मई को दिल्ली में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए तलब किया है। इसी केस में दो साल पहले उनकी करोड़ों की संपत्ति जब्त की गई थी।
यह पूछताछ जम्मू-कश्मीर क्रिकेट संघ (जेकेसीए) में कथित वित्तीय अनियमितताओं के एक मामले के संबंध में बताई जा रही है, जिसकी जांच संघीय एजेंसी कर रही है। धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दिल्ली स्थित मुख्यालय में अगले हफ्ते मंगलवार को पेश होने के लिए समन जारी किया गया है। अब खबर है कि जांच एजेंसी करीब 94 करोड़ रुपये की हेराफेरी के मामले में अब्दुल्ली से पूछताछ करेगी।
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री फारूक की संपत्ति को दिसंबर 2020 में अस्थायी रूप से कुर्क किया गया था और इसे जम्मू-कश्मीर हाई कोर्ट में चुनौती दी गई थी। फारूक अब्दुल्ला 2001 से 2012 तक जेकेसीए के अध्यक्ष थे और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) तथा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की जा रही जांच 2004 एवं 2009 के बीच कथित वित्तीय हेराफेरी के बारे में है।