मुंबई के साकीनाका में हुए रेप केस को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पुलिस को प्रवासियों और उनकी गतिविधियों पर नजर रखने का आदेश दिया. उद्धव ठाकरे के इस बयान को लेकर विवाद शुरू हो गया. भाजपा ने ठाकरे के इस बयान पर आपत्ति दर्ज कराई. भाजपा विधायक ने इस मामले में उद्धव ठाकरे के खिलाफ कांदिवली में शिकायत दर्ज कराई. भाजपा का आरोप है कि सीएम का निर्देश समुदायों के बीच नफरत फैलाने वाला है.
साकीनाका रेप केस के बाद उद्धव ठाकरे और गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस अफसरों का अहम मीटिंग बुलाई थी. साकीनाका रेप में ऑटोरिक्शा का इस्तेमाल हुआ है, ऐसे में ठाकरे ने पुलिस को आदेश दिए थे कि अवैध रूप से ऑटोरिक्शा के ट्रांसफर पर नकेल लगाई जाए. साकीनाका रेप केस में आरोपी एक प्रवासी है. ऐसे में उद्धव ने पुलिस को प्रवासियों का रिकॉर्ड रखने और उनकी गतिविधियों पर नजर रखने का आदेश दिया था. भाजपा ने प्रवासियों के खिलाफ उद्धव के इस फैसले का विरोध जताया है. भाजपा विधायक अतुल भटखालकर ने समता नगर पुलिस स्टेशन में सीएम उद्धव ठाकरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. साथ ही उनपर कार्वाई की मांग की है.
अपनी शिकायत में भाजपा विधायक ने कहा, सीएम के इस बयान से दो समुदायों के बीच दरार पैदा हो गई है. इससे लोगों में यह धारणा पैदा हो रही है कि प्रवासी बलात्कारी हैं और इससे प्रवासियों के मन में डर पैदा हो गया है. इसलिए सीएम के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. शिवसेना ने इस मामले में पलटवार किया है. शिवसेना ने कहा, यह आदेश साकीनाका रेप केस को देखते हुए दिए गए हैं. गोवा और कर्नाटक जैसे राज्य पहले से प्रवासियों का रिकॉर्ड रखते हैं. हमें लगता है कि भाजपा विधायक भटखालकर का दिमागी संतुलन बिगड़ गया है.