बिहार चुनावों के रुझानों में घंटेभर में दो सरकारें बनती दिखीं। सुबह 9 बजे महागठबंधन को 120 सीटें मिल चुकी थीं और NDA 90+ सीटों पर था। 10 बजते-बजते तस्वीर बदल गई। अब NDA बढ़कर 122 और महागठबंधन घटकर 112 पर पहुंच चुका है।
तीन फेज में हुए चुनाव में 7.34 करोड़ वोटरों में से 57.05% ने वोटिंग की। 2015 में 56.66% वोटिंग हुई थी। इस बार 3,733 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से 3,362 पुरुष, 370 महिला और 1 ट्रांसजेंडर है।
राज्य के सभी 38 जिलों में सभी 243 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 55 मतगणना केंद्रों पर वोटों की गिनती की जाएगी। इसके लिए सभी मतगणना केंद्रों पर 414 हॉल में अलग-अलग वोटों की गिनती की व्यवस्था की गयी है। कोरोना से बचाव को लेकर सामाजिक दूरी का पालन करते हुए प्रत्येक हॉल में सात-सात टेबुल पर वोटों की गिनती की जाएगी। चुनाव आयोग के निर्देशानुसार सभी चरण के वोटों की गिनती के बाद वोटों की जानकारी बोर्ड पर लिखकर दी जाएगी। साथ ही, माइक से भी वोटों की गिनती की उदघोषणा की जाएगी।
46.48 फीसदी बूथों में वृद्धि से देर से आएंगे अंतिम परिणाम
निर्वाचन विभाग के अनुसार सभी मतदान केंद्रों पर अधिकतम मतदाताओं की संख्या 1400 से घटाकर 1000 की गयी। इससे मतदान केंद्रों की संख्या जो पूर्व में 72,723 थी, करीब 46.48 फीसदी बढ़कर 1,06,515 हो गयी। नतीजा यह हुआ कि 2015 के विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत कुल मिलाकर 56.66 फीसदी थी, वहीं इस बार 0.39 फीसदी बढ़कर 57.05 फीसदी हो गयी। बूथों की संख्या में बढ़ोतरी के कारण निर्वाचन क्षेत्रों के अंतिम परिणाम आने में भी देरी होगी।
त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था
आयोग के दिशा-निर्देश के अनुसार त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गयी है। वहां सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, कोई भी उम्मीदवार या दल के प्रतिनिधि इसे देख सकते हैं। चुनाव परिणाम बड़े पर्दे पर प्रदर्शित किया जाएगा आयोग ने निर्देश दिया है कि बड़े पैमाने पर मतगणना (काउंटिंग) एजेंट को जगह उपलब्ध कराने में कठिनाई हो तो ऐसी स्थिति में कंट्रोल यूनिट के माध्यम से प्रदर्शित होने वाले चुनाव परिणामों को बड़े पर्दे पर प्रदर्शित करने की व्यवस्था की जाएगी। ताकि मतगणना एजेंट को असुविधा नहीं हो।
तीन बार सेनेटाइज किये जाने की होगी व्यव्यस्था
इसके अतिरिक्त आयोग ने मतगणना केंद्र को मतगणना शुरू होने, मतगणना के दौरान और मतगणना के बाद इंफेक्शन मुक्त किये जाने का भी निर्देश दिया है।
पोस्टल बैलेट के लिए अलग से होगी व्यव्यस्था
चुनाव आयोग ने पोस्टल बैलेट की गिनती को लेकर अतिरिक्त सहायक निर्वाची पदाधिकारी की आवश्यकता जतायी है। इसके लिए निर्वाची पदाधिकारी/ सहायक निर्वाची पदाधिकारी की देखरेख में अलग हॉल की व्यवस्था करने की स्वीकृति भी दी है।
मतगणना केंद्रों के सभी प्रवेश द्वार पर होगी सुरक्षाकर्मियों की तैनाती
अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि मतगणना केंद्र सभी जिलों में बनाये गए है। सभी केंद्रों के सभी प्रवेश द्वार पर सुरक्षा बलों की तैनाती की जाएगी। इसके लिए जिला निर्वाचन पदाधिकारी के स्तर से सभी जिलों में निर्देश जारी किए गए हैं।