बिहार (Bihar) में मॉनसूनी सीजन (Monsoon season) के दौरान आसमान से आफत बरस रही है। राज्य के अलग-अलग जिलों में मंगलवार को आकाशीय बिजली (Lightning) के कहर से 22 लोगों की मौत (22 people died) हो गई। सबसे ज्यादा सारण में 5 लोगों की जान गई। भोजपुर में 4 लोगों की ठनका गिरने की वजह से मौत हो गई। इसके अलावा बक्सर, नवादा, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, अररिया और बांका जिले में भी वज्रपात की चपेट में आने से लोगों की जान गई।
सारण में मरने वाले पांच लोगों में मां-बेटी भी शामिल हैं। भोजपुर जिले के मुफस्सिल, टाउन, पीरो और संदेश इलाके में मंगलवार को वज्रपात का कहर देखने को मिला। यहां कुल चार लोगों की ठनके की चपेट में आने से मौत हो गई। बक्सर और नवादा जिले में भी अलग-अलग जगहों पर एक-एक शख्स की जान गई।
पश्चिम चंपारण के मझौलिया और नौतन में वज्रपात ने कहर बरपाया। इसी तरह पूर्वी चंपारण जिले के पलनवा, छौड़ादानो और सुगौली में भी मंगलवार को आकाशीय बिजली गिरी। दोनों जिलों में दो बच्चों सहित 6 लोगों की मौत हो गई। मुजफ्फरपुर जिले में ठनका की चपेट में आने से दो लोगों की जान चली गई। अररिया जिले के नरपतगंज और पलासी में एक-एक शख्स की मौत हुई। बांका जिले के शंभूगंज में भी आकाशीय बिजली गिरने से एक शख्स ने दम तोड़ दिया।
सीएम नीतीश ने जताया दुख
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार रात वज्रपात की चपेट में आने वाले लोगों के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस आपदा की घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं। सीएम नीतीश ने सभी मृतकों के आश्रितों को तुरंत 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने खराब मौसम में लोगों से सावधानी बरतने की अपील की।